बदायूँ। डीएम के निर्देशन में पहले प्रत्येक ब्लाॅक में पाँच-पाँच प्रसव केन्द्र स्थापित कराए गए थे, सकुशल चलाए जा रहे हैं, अब डीएम ने प्रत्येक ब्लाॅक में दो-दो प्रसव केन्द्र और स्थापित करने का लक्ष्य एमओआईसी को दिया है। सेमी फाइनालिस्ट स्काॅच आॅर्डर आॅफ मेरिट की ओर से जनपद में 75 स्वास्थ्य उपकेन्द्र बनाने के लिए जिला प्रशासन बदायूँ को अवार्ड दिया गया है। मंगलवार को कलेक्ट्रेट स्थित अटल बिहारी वाजपेयी सभागार में जिलाधिकारी कुमार प्रशान्त ने मुख्य विकास अधिकारी निशा अनंत, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 यशपाल सिंह सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारियों एवं चिकित्सकों के साथ जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित की। कोविड-19 के शत प्रतिशत टीकाकरण के लिए डीएम ने निर्देश दिए है कि लाभार्थियों को एक दिन पहले भी फोन पर टीका लगने के लिए अवगत कराया जाए। उनको इससे होने वाले लाभ के बारे में बताया जाए। आॅब्जर्वेशन रूम में लाभार्थियों के साथ चिकित्सक को भी बैठाया जाए, वहां मैग्जीन, समाचार पत्र रखे जाएं। आयुष्मान भारत मिशन अन्तर्गत साल भर से टीम के द्वारा कार्य में कोई प्रगति देखने को नहीं मिली है। डीएम ने नाराजगी जताते हुए बहानेबाजी करने की बजाय तेज गति से कार्य करने की चेतावनी दी है। डीएम ने निर्देश दिए हैं कि शत प्रतिशत संस्थागत प्रसव कराए जाएं। जननी सुरक्षा योजना अन्तर्गत लाभार्थियों के अभिलेख लेकर उनको समय से भुगतान किया जाए। डिलीवरी कम होने पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिए है कि ऐसी आशाएं जिसकी प्रगति शून्य है या कार्य में एक्टिव नहीं है, उनकी सेवाएं समाप्त कर बाहर का रास्ता दिखाया जाए। जिस आशा या किसी अन्य कर्मचारी द्वारा कमीशन के चक्कर में गर्भवती महिलाओं को प्राईवेट चिकित्सालय में ले जाने का मामला सामने आए, तो उसके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाए। —-