आई जी राजेश पाण्डेय एवं वॉटर वुमन शिप्रा ने दिलायी जल शपथ

बरेली। बरेली के आई जी राजेश पाण्डेय एवं वॉटर वुमन शिप्रा ने कल सोशल मीडीया के माध्यम से लाखों लोगों को जल शपथ दिलायी।
ये कार्यक्रम ग्लोजल की चेयरपर्सन शिप्रा पाठक द्वारा आयोजित किया गया था।ग्लोजल की इस धरातल पर शिप्रा हर क्षेत्र के कुछ विशिष्ट ऐसे व्यक्तियों को आमंत्रित कर रही है जिनका प्रकृति,पर्यावरण और जल संरक्षण में योगदान रहा हो।कल शाम को ग्लोजल के धरातल पर आई जी राजेश पाण्डेय मुख्य अतिथि थे।वो समय समय पर ऐसे आयोजन करते रहते है जिन में लोगों को प्रोत्साहन मिलता रहे।
वॉटर वुमन शिप्रा ने 2019 में नर्मदा की 3500 किलो मीटर की पैदल परिक्रमा की और वहाँ के क्षेत्र में लोगों को जागरुक करने हेतु कई प्रयास किए।अपने जल के प्रति समर्पण के कार्यों के कारण उन्हें “वॉटर वुमन” की संज्ञा दी गयी है।
ग्लोजल की चेयरपर्सन शिप्रा पाठक मूलतः उत्तर प्रदेश दातागंज की रहने वाली है।अंग्रेज़ी साहित्य में परा स्नातक करने वाली शिप्रा देश विदेश में इवेंट कराती थी पर नर्मदा परिक्रमा के बाद उन्होंने आयुर्वेद को अपना कार्य क्षेत्र बनाया और अपनी निगरानी में लेमणक ग्रास,खस,एलोवेर और श्यामा तुलसी की पैदावार करने लगी।
उन्हें प्रकृति,पर्यावरण,जल के प्रति कार्यों के कारण उन्हें उत्तराखंड एवं मध्य प्रदेश सरकार ने सम्मानित किया।
कई महीनो से शिप्रा “ग्लोजल फ़ाउंडेशन” के तले “जल शपथ ” कार्यक्रम चला रही है जिस में अलग अलग क्षेत्रों से लोग आकर जुड़ रहे है और अपने सुझाव दे रहे है।
इसी क्रम में कल आई जी राजेश पाण्डेय इस मुहिम से जुड़े और उन्होंने जल संरक्षण पर अपने विचार और सुझाव दिए।
राजेश कुमार पांडेय को उनकी बहादुरी के लिए चार बार राष्ट्रपति अवार्ड मिल चुका है। राजेश पांडेय 90 के दशक में माफिया श्रीप्रकाश शुक्ला को पकड़ने के लिए बनाई गई एसटीएफ की टीम का हिस्सा भी थे। राजेश कुमार पांडेय ने पुलिस के लिए सरदर्द बन चुके श्रीप्रकाश शुक्ला के खात्मे के साथ ही तमाम दुर्दांत अपराधियों का खात्मा किया है।
अपनी व्यवस्थित कार्यशैली के साथ साथ वो अपने पर्यावरण प्रकृति के प्रेम और सहयोग के लिए भी जाने जाते है।
राजेश हर उस प्रतिभा का प्रोत्साहन करते है जो समाज कल्याण के लिए अग्रसर रहते है।
कल “ग्लोजल” द्वारा जल शपथ के कार्यक्रम में उन्होंने अपने सभी मिलने वालों को जल के प्रति सतर्कता बरतने को बोला।
सभी को ये शपथ दिलायी कि हर बूँद जल को बचाना है।
क़रीब वक घंटा चली इस शपथ में राजेश जी ने बहुत से वो सुझाव बताए जिसे अपना के हम बहुत बड़े स्तर पर जल को बचा सकते है।
उन्होंने पूरे समर्पण से लाखों की संख्या में जुड़े लोगों को जल की शपथ दिलायी ये बोल कर कि “जल की हर बूँद बचानी है”
कोरोना काल में जहां बाक़ी कई जगह अव्यवस्था से लोगों को मुसीबतें हुई वहीं पूरे बरेली मण्डल में व्यवस्थित क़ानून व्यवस्था एवं मेडिकल व्यवस्था में कहीं कमी नही दिखी।
कोरोना काल में जहां एक तरह राजेश अपने कर्तव्यों को पूरा समय दे रहे थे वहीं कुछ समय निकाल कर उन्होंने “क़िस्सागोई” से एक जीवंत अनुभवो की शृंखला आरंभ की जिसे सुनकर कोरोना काल में कई तनाव से भरे जीवन को को जीने का एक नया आयाम मिला।
हर क्षण को अपनी रचनात्मकता से भरने वाले राजेश बहुत मिलनसार,व्यवस्थित एवं सृजनात्मक प्रतिभा के मालिक है।