ब्रिटेन के ‘लॉकडाउन हीरो कैप्टन टॉम मूरे का निधन

लंदन।  ब्रिटेन को लाखों डॉलर की मदद देने वाले कैप्टन टॉम मूरे का निधन हो गया है. वे 100 साल के थे. परिवार ने उनके निधन की जानकारी दी. मूरे ने कोरोना से जंग में अग्रिम भूमिका निभाने वाले स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोगों के लिए करीब 40 मिलियन डॉलर (भारतीय रुपए में 291 करोड़ 88 लाख 70 हजार) का फंड जमा किया था. इसके लिए उन्होंने पिछले साल लॉकडाउन के दौरान अपने बगीचे की लंबाई के 100 गुणा पैदल यात्रा की थी.

मूरे की बेटी एलेग्रा स्ट्रैटन ने बीते रविवार को बताया था कि कोरोना जांच की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उनके पिता को बेडफॉर्ड अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां मंगलवार को उनकी मौत हो गई. पिछले मंगलवार (26 जनवरी) को ही ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के प्रेस सचिव ने कहा था कि पीएम बोरिस जॉनसन को कोरोन के खिलाफ फंड इकट्ठा करने वाले कैप्टन टॉम मूरे की बेहद चिंता है और उन्होंने उनके जल्दी ठीक होने की कामना की है.

ब्रिटेन में मिले कोरोना के नए स्वरूप में फिर से बदलाव आने की आशंका
इस बीच, ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने आगाह किया है कि पिछले साल दक्षिणी इंग्लैंड में सामने आए कोरोना वायरस के अत्यंत संक्रामक और ज्यादा घातक स्वरूप में बदलाव के संकेत दिख रहे हैं. परीक्षण के दौरान इंग्लैंड के कैंट क्षेत्र में मिले वायरस के स्वरूप में बदलाव का पता चला है और इसे ‘ई484 के’ नाम दिया गया है. इससे पहले दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील में कोरोना वायरस के स्वरूपों में भी बदलाव का पता चला था.

ऐसी आशंका है कि वायरस के स्वरूप में आया यह बदलाव प्रतिरक्षा तंत्र को भेद सकता है और मौजूदा टीके इससे बचाव करने में कम प्रभावी रहेंगे. कैंब्रिज इंस्टीट्यूट ऑफ थेरेपेटिक इम्यूनोलॉजी एंड इन्फेक्शस डिजीज (सीआईटीआईआईडी), यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज में हुए शोध की विश्लेषकों ने अभी समीक्षा नहीं की है. शोधकर्ताओं ने ‘नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ रिसर्च’ के साथ तालमेल से यह शोध किया है.

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