आंदोलनकारियों द्वारा किए गए उपद्रव की वजह से दो किसान संगठनों ने किया किसाान आंदोलन खत्म करने की घोषणा

गौतमबुद्ध नगर। दो किसान संगठनों ने किसाान आंदोलन खत्म करने की घोषणा की है. भारतीय किसान  यूनियन (भानु ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह और किसानों के बीच बैठक हुई जिसमें यह फैसला लिया गया. गौरतलब है कि पिछले 58 दिनों से भानू किसान यूनियन के किसान चिल्ला बॉर्डर पर बैठे हुए हैं.  उन्होंने कहा कि कल जो कुछ भी हुई उससे हम लोग आहत हैं और उसकी घोर निंदा करते हैं. 

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि कल दिल्ली में जो कुछ भी हुआ उससे वह बहुत परेशान हैं और अपने संगठन और अपने लोगों को ऐसे नेताओं और ऐसे संगठनों से अलग रखते हैं. उनका कहना है कि वह शांतिपूर्वक तरीके से धरना प्रदर्शन कर रहे थे. उन्हें किसी संगठन के लोगों की कोई जरूरत नहीं है. जिन्होंने तोड़फोड़ की है और जिन नेताओं ने अपने किसानों को नहीं संभाला वैसे नेताओं और ऐसे संगठनों से वह कोई वास्ता नहीं रखना चाहते हैं.

इसके अलावा राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के अध्यक्ष वी.एम. सिंह ने भी आंदोलन खत्म करने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि हिंसा करने वालों पर कार्रवाई हो. वी.एम. सिंह ने कहा कि हिन्दुस्तान का झंडा, गरिमा, मर्यादा सबकी है. उस मर्यादा को अगर भंग किया है, भंग करने वाले गलत हैं और जिन्होंने भंग करने दिया वो भी गलत हैं. ITO में एक साथी शहीद भी हो गया. जो लेकर गया या जिसने उकसाया उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. वहीं इसके अलावा उन्होंने कहा कि सरकार की भी गलती है जब कोई 11 बजे की जगह 8 बजे निकल रहा है तो सरकार क्या कर रही थी. 

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