कोरोना के चलते अब कोशिश रेलवे की आय बढ़ाने को यात्रियों से यूजर चार्ज वसूलने की तैयारी
लखनऊ। कोरोना काल की वजह से मार रेलवे विभाग को भी झेलनी पड़ी है, इसलिए अब रेलवे इस घाटे से उभारने के लिए और रेलवे प्रशासन की आय को सुधारने के लिए तैयारियां कर ली गई है.
बोर्ड से मंजूरी मिलते ही इसे लागू भी कर दिया जाएगा. चारबाग रेलवे स्टेशन और लखनऊ जंक्शन पर फीस 50 से 70 रुपये के बीच की जा सकती है. बता दें कि कोरोना के चलते मार्च में ट्रेनों का संचालन पूरी तरह से बंद कर दिया गया था. जब ट्रेनें पटरी पर लौटीं तो रेलवे के राजस्व का हिसाब किताब गड़बड़ा गया और अब कोशिश ये है कि इस घाटे से उभरा जा सके.
लखनऊ: कोरोना काल की वजह से घाटा झेल रहे रेलवे की तरफ से जल्द ही यूजर चार्ज वसूला(यूडीएफ) जाएगा. लखनऊ जंक्शन और चारबाग में ये फीस 50 से 70 रुपये के बीच हो सकती है. वजह है रेलवे की आय को बढ़ाना. कोराना काल की मार रेलवे विभाग को भी झेलनी पड़ी है, इसलिए अब रेलवे इस घाटे से उभारने के लिए और रेलवे प्रशासन की आय को सुधारने के लिए तैयारियां कर ली गई है.
बोर्ड से मंजूरी मिलते ही इसे लागू भी कर दिया जाएगा. चारबाग रेलवे स्टेशन और लखनऊ जंक्शन पर फीस 50 से 70 रुपये के बीच की जा सकती है. बता दें कि कोरोना के चलते मार्च में ट्रेनों का संचालन पूरी तरह से बंद कर दिया गया था. जब ट्रेनें पटरी पर लौटीं तो रेलवे के राजस्व का हिसाब किताब गड़बड़ा गया और अब कोशिश ये है कि इस घाटे से उभरा जा सके.
वित्तीय वर्ष 2020-21 में उत्तर, पूर्वोत्तर, उत्तर मध्य रेलवे सहित सभी जोन को होने वाली आय में गिरावट दर्ज हुई. रेलवे के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट न प्रभावित हों, इसलिए आय बढ़ाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि पहले चरण में देशभर के 130 रेलवे स्टेशनों पर यूजर डेवलपमेंट फीस ली जाएगी. इसके लिए अप्रूवल लिया जा रहा है. यह फीस रेलवे स्टेशनों की कैटेगरी के अनुसार ली जाएगी. चारबाग रेलवे स्टेशन, लखनऊ जंक्शन, गोरखपुर रेलवे स्टेशन, वाराणसी रेलवे स्टेशन समेत अन्य जैसेए-1 श्रेणी के स्टेशनों पर यूजर डेवलपमेंट वसूली जा सकती है.
हालांकि इसको लेकर रेलवे प्रशासन का दावा है कि यूजर डेवलपमेंट फीस के बदले में यात्रियों को सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. सूत्रों बताते है कि इसके एवज में यात्रियों को बेहतर वेटिंग रूम, एसी लाउंज की सुविधा मिलेगी और साफ-सफाई व मेंटेनेंस का खर्च भी इसी से निकाला जाएगा. हालांकि, यात्रियों को यह सुविधाएं पहले भी दी जाती रही है, लेकिन उसके एवज में किसी भी प्रकार का चार्ज यात्रियों से नहीं लिया जाता था.
रेलवे प्रशासन आय बढ़ाने के लिए आम लोगों की जेब पर भार डाल रहा है. इसके अलावा प्लेटफॉर्म टिकट भी 10 से बढ़ाकर 50 रुपये का किया जा चुका है. यही नहीं, नियमित ट्रेनों को स्पेशल बनाकर चलाया जा रहा है, जिसके लिए अधिक राशि वसूली जा रही है. यह भी कहा जा रहा है कि यात्रियों से वेटिंग रूम में बैठने के एवज में न्यूनतम 10 रुपये वसूले जाएंगे.