बरेली। प्राचीनतम एवं भव्यतम बाबा त्रिवटीनाथ मंदिर में संगीतमयी श्री मद्भागवत महापुराण कथा के तृतीय दिवस वृंदावन के सुप्रसिद्ध कथा व्यास पं.माधव उपाध्याय ने कहा कि मनुष्य को व्याधियों से मुक्त करना और शांति तथा संतोष के मार्ग पर चलने का कार्य भागवत महापुराण के द्वारा ही संभव है। कथा व्यास ने बताया कि माता सती ने महादेव के कथन को नहीं माना और दक्ष प्रजापति के कारण यज्ञ में अपने प्राणों का अंत करना पड़ा।किसी भी विवाहिता को अपने पतिवृत धर्म का सदैव पालन करना चाहिए । विवाह उपरांत पति का घर ही सर्वोच्च मानना चाहिए। पति की निष्ठा पर कभी संदेह नहीं करना चाहिए।पति पत्नी इस जीवन रूपी यज्ञ को अपने अपने विश्वास और प्रेम की आहुति से पूर्ण करते हैं। अपने पिता के घर बिना बुलाए जाना सम्मानजनक नहीं होता है ।