झूलेलाल मंदिर की जमीन पर कब्जा की कोशिश

गोरखपुर। गोरखनाथ में झूलेलाल मंदिर के लिए प्रस्तावित जमीन पर कब्जा कर निर्माण की जानकारी के बाद नगर निगम की टीम ने काम रुकवा दिया। निर्माण कराने वाले को जमीन के कागजात के साथ बुलाया गया लेकिन वह जमीन पर अपना स्वामित्व साबित नहीं कर सका। नगर आयुक्त ने निर्माण करने वाले को खुद ही निर्माण ध्वस्त करने के निर्देश दिए।

नगर निगम ने मंदिर के लिए दी है 15 सौ वर्गफीट जमीन

फोरलेन निर्माण के कारण नए स्थान पर भव्य झूलेलाल मंदिर की स्थापना का निर्णय लिया गया था। इसके लिए नगर निगम प्रशासन ने 15 सौ वर्गफीट जमीन दी है। सिंधी समाज मंदिर निर्माण की तैयारियों में जुटा हुआ है। कुछ लोगों ने नगर निगम में सूचना दी थी कि नए मंदिर के लिए दी गई जमीन पर कब्जा कर निर्माण कराया जा रहा है। नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची तो पया कि वहां मौजूद सुखदेव एलानी निर्माण कराते हुए मिले।

सुखदेव एजानी करा रहे थे निर्माण-उन्‍होंने पूछने पर बताया कि मंदिर के लिए निर्धारित जमीन पर कोई निर्माण नहीं कराया जा रहा है। वह जो भी निर्माण करा रहे हैं अपनी जमीन पर करा रहे हैं। उसके बाद सुखदेव एलानी से जमीन का कागजात लाने को कहा गया। सुखदेव एलानी के पास जमीन का कोई कागज नहीं मिल पाया। उसके बाद नगर निगम के अधिकारियों ने तत्‍काल निर्माण को ढहाने को कहा। अधिकारियों के निर्देश के बाद सुखदेव एलानी ने निर्माण गिराना शुरू कर दिया। नगर निगम के मनोनीत पार्षद लक्ष्मण नारंग ने कहा कि सुखदेव एलानी से बात की गई है। उन्होंने जमीन खुद की बताई है। वहां पर काफी निर्माण हो गया था। अधिकारियों के निर्देश के बाद वह पूरा निर्माण ध्वस्त करा रहे हैं।

निर्माण न गिराने पर मौके पर प्रवर्तन दल जाएगा

उप नगर आयुक्त संजय शुक्ल ने बताया कि नगर निगम की जमीन पर निर्माण की सूचना पर काम रुकवा दिया गया। निर्माण करने वाले के पास जमीन से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं हैं। उन्होंने खुद निर्माण गिराने की जानकारी दी है। यदि निर्माण नहीं गिराया गया तो प्रवर्तन बल को भेजकर जमीन को कब्जा मुक्त कराया जाएगा।

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