बिल्सी। तहसील क्षेत्र के गांव गुधनी में आर्य समाज की महिलाओं ने आजादी का अमृत महोत्सव धूमधाम से मनाया। यहां राष्ट्र रक्षा यज्ञ का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। जो लगातार 15 अगस्त तक जारी रहेगा। राष्ट्र रक्षा यज्ञ में अपने राष्ट्र को सुदृढ़ बनाने के लिए, आजादी को अक्षुण्ण रखने के लिए और भारत को फिर से विश्व गुरु और सोने की चिड़िया बनाने की प्रार्थना के साथ आहुतियॉं दी जा रही है। आचार्य संजीव रूप ने कहा कि आजादी के मायने हम आज के लोग शायद नहीं समझ पाएंगे क्योंकि हम आजाद हैं। आजादी के मायने तो वह समझ पाएंगे जो कैद थे, गुलाम थे, परतंत्र थे, अंग्रेजों के अत्याचारों को जिन्होंने सहा। हंसते-हंसते फांसी के फंदे को जिन्होंने चूम लिया। कुर्बानी आदि दी वही समझ सकते हैं कि आजादी का मोल क्या है। इस अवसर पर महिलाओं ने भी आजादी का अमृत महोत्सव अपने ढंग से तीज के रूप में मनाया। महिला आर्य समाज के सदस्यों ने सुंदर भजन गाए। रंगोली सजाई, झूला झूले और भजन गाए। प्रज्ञा आर्य ने कहा पर्व हमें जोड़ते हैं, नारी शक्ति ही राष्ट्र की शक्ति है। जिस राष्ट्र में नारियों का सम्मान होता है नारी प्रसन्न रहती है वह राष्ट्र उन्नति को प्राप्त होते हैं। शक्तिशाली होते हैं। इस दौरान मुन्नी देवी, धनवती देवी, संतोष कुमारी, ज्योति रानी, राकेश आर्य, साहब सिंह, सुखबीर सिंह, अगरपाल सिंह आदि मौजूद रहे।