नरौरा का डिस्चार्ज बढ कर हुआ 97,235 क्यूसेक, कछला में मीटर गेज 162,35 मीटर
सहसवान। गंगा के जलस्तर में लगातार उतार चढ़ाव की स्थिति बनी हुई है। पिछले चार दिन तक जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई। सोमवार को नरौरा बैराज का डिस्चार्ज बढने से जलस्तर में फिर बढोतरी हुई। आंशिक बढोतरी होने से कोई खास फर्क नहीं पडा है। अभी न तो कहीं जलभराव की स्थिति बनी है और न हीं कटान थमा है। गंगा की लहरों द्वारा किया जा रहा कटान रविवार को भी जारी रहा। बसौलिया के पास कटान धीमी गति से हो रहा है। जबकि वीर सहाय नगला, तेलिया नगला, कोतल नगला, तौफी नगला के पास गंगा अब भी तेजी से कटान कर रही है। यहां कृषि भूमि लगातार कट कर गंगा में समा रही है। वीर सहाय नगला, कोतल नगला और तेलिया नगला से कटान करती गंगा की लहरों की दूरी करीब 500 मीटर रह गई है। बसौलिया के पास भी गंगा धीमी गति से कटान करती हुई गंगा महावा बांध की ओर बढ रही है। बाढ खंड बांध की निगरानी कर रहा है और फिलहाल बांध को किसी प्रकार के खतरे की आशंका से इंकार कर रहा है।
सोमवार को नरौरा बैराज से गंगा में 96, हजार 235 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। कछला में मीटर गेज 162,35 मीटर पर पहुंच गया। बिजनौर से छोडे जाने वाले पानी की मात्रा घट कर 64 हजार 74 क्यूसेक रह गई। हरिद्धार से 85,367 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इससे एक दो दिन जलस्तर में उतार चढ़ाव की संभावना जताई जा रही है। इससे कटान का खतरा बना हुआ है।
