कैच द रेन कार्यक्रम में स्वयंसेविकाओं को जल संचयन एवं जल संरक्षण की शपथ
बदायूं। आजादी का अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में विभिन्न कार्यक्रमों की श्रृंखला के तहत आज गिन्दो देवी महिला महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वावधान में कार्यक्रम अधिकारी असिस्टेंट प्रोफेसर सरला देवी चक्रवर्ती के निर्देशन में कैच द रेन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसके तहत सभी स्वयंसेविकाओं को जल संचयन एवं जल संरक्षण की शपथ दिलाई गई। प्राचार्या डॉ गार्गी बुलबुल ने बताया कि बचपन से ही हम यह सुनते आ रहे हैं की जल हैं तो जीवन हैं अर्थात बिना जल के मनुष्य का अस्तित्व ना के बराबर हैं।जल का संरक्षण करना उतना ही जरुरी हैं जितना सास लेना।बूंद-बूंद नहीं बरतेंगे, तो बूँद-बूँद को तरसेंगे।


जल है तो कल है, यह हमारे लिए कुदरत की देन है। इसीलिए हम सभी संकल्प ले कि पानी को बचाना है। जल है जीवन का अनमोल रतन, इसे बचाने का करो जतन। कार्यक्रम अधिकारी असिस्टेंट प्रोफेसर सरला देवी ने बताया कि इससे पहले की बाहौत देर हो जाए, पानी को बचाए जरुरत अनुसार पानी का उपयोग करें। यही जल वचाव मे आपका सहयोग होगा। पानी, जिसके लिए लोग मरते है कभी व्यर्थ न बहाए, वृक्षारोपण कीजिये पानी बचाए, वो आपको बचाएगा। पानी बिना जीवन की कल्पना अधूरी है। हम अपने भविष्य को सुरक्षित कर, जल बचाये, जीवन बचाये जब आप पानी बचाते है तब आप ज़िंदगी बचाते है क्योंकि बूँद-बूँद से बनता सागर , पानी से होता जीवन उजागर । स्वयंसेविकाओं में अंशिका, राजकुमारी, मेघा, काजल, पलक, सोनाली, अनीता आदि ने पोस्टर एवं स्लोगनके माध्यम से जल संचयन एवं जल संरक्षण के लिए लोगों को जागरूक किया। इस अवसर पर डॉ इति अधिकारी, डॉ इन्दु शर्मा, डॉ श्रद्धा यादव सहित समस्त स्टाफ़ उपस्थित रहा।

