समाजवादी चिंतक अवधेश आनंद ने छोटे लोहिया को संघर्षशील कर्मयोगी बताया
देवरिया। समाजवादी चिंतन शिविर के संयोजक अवधेश आनंद ने बरहज विधानसभा में अपने राजनीतिक गुरु समाजवादी आंदोलन के महानायक पूर्व केंद्रीय मंत्री छोटे लोहिया जनेश्वर मिश्र की ८९वीं जयंती पर उनको याद करते हुए कहा कि समाजवादी चिंतक छोटे लोहिया जनेश्वर मिश्र साधक,शोधक और संघर्षशील कर्म योगी थे। वह बलिया के सुभनथही गांव में गंगा के किनारे झोपड़ी में पैदा हुए और अपने विचार,आचरण,संघर्ष और त्याग के बल पर देश की सबसे बड़ी पंचायत में पहुँचकर ग़रीब, पिछड़े,दलित,अल्पसंख्यकऔर कमज़ोर की आवाज़ बनकर जीवन भर संघर्ष करते रहे। वह डॉ० राममनोहर लोहिया के साथ रहकर समजवादी मूल्यों के लिए संघर्ष करते रहे।
वह डॉ० लोहिया की कर्मभूमि फूलपुर प्रयागराज में १९६९ में तत्कालीन केंद्रीय मंत्री के० डी० मालवीय,१९७४ में सतीश चंद्र खरे,१९७७ में पूर्व प्रधानमंत्री वी० पी० सिंह और १९८९ में कमला बहुगुणा जैसे दिग्गज़ों को हरा कर चार बार लोक सभा मे व तीन बार राजसभा में बेज़ुबानों की ज़ुबान बन कर समजवादी मूल्यों को लेकर लड़ते रहे वह सात बार केंद्र में जहाजरानी,खाद और रसायन,संचार मंत्री,रेलमंत्री,जल संसाधन मंत्री और पेट्रोलियम मंत्री बन कर देश की सेवा किये और समाजवादी आंदोलन को आगे बढ़ाए। कार्यक्रम में सर्वश्री अवधेश यादव, गेंदालाल यादव, संतोष यादव,अवधेश चौधरी,बेचू लाल, रामबहादुर, महंथ,अनिरुद्ध सहित हज़ारो की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
