गोरखपुर। जिला महिला अस्पताल में बीते पांच दिनों से भर्ती एक नवजात को लेकर भावुक कर देने वाला मामला सामने आया है। बच्चे की मां ने पहले अपने नवजात को दूध पिलाने से इनकार कर दिया। बाद में डॉक्टरों और अस्पताल कर्मियों की समझाइश के बाद वह बच्चे को दूध पिलाने के लिए राजी हुई। दरभंगा जिले की रहने वाली फरजाना परवीन रविवार को ट्रेन से दरभंगा से दिल्ली जा रही थी। इसी दौरान गोरखपुर पहुंचते ही उसे अचानक प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। रेलवे स्टेशन पर मौजूद जीआरपी कर्मियों ने मानवता दिखाते हुए उसे तुरंत जिला महिला अस्पताल पहुंचाया। रात करीब 11 बजे फरजाना ने एक बच्चे को जन्म दिया। जन्म के तुरंत बाद नवजात की हालत गंभीर हो गई। उसकी हार्टबीट और सांस लेने की गति बेहद धीमी थी। डॉक्टरों ने उसे बच्चों के गहन चिकित्सा कक्ष में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज जारी है। फरजाना ने बताया कि उसकी निजी जिंदगी संघर्षों से भरी रही है। उसके माता-पिता का पहले ही निधन हो चुका है। शादी के एक साल के भीतर ही उसका पति किसी दूसरी महिला के चक्कर में घर छोड़कर चला गया और पिछले छह माह से उसका कोई पता नहीं है। ऐसे हालात में वह नवजात के पालन-पोषण को लेकर खुद को असहाय महसूस कर रही थी, इसी कारण उसने पहले बच्चे को दूध पिलाने से इनकार कर दिया। डॉक्टरों और अस्पताल कर्मियों ने उसे लगातार समझाया और हौसला दिया, जिसके बाद वह अपने नवजात को दूध पिलाने के लिए तैयार हो गई। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि मां और बच्चे दोनों की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।