उझानी : कोतबाली क्षेत्र के समीपवर्ती गांव बरसुआ में चल रही श्री राम कथा महोत्सव के आठवें दिन कथा शिरोमणि रवि महाराज ने भगवान श्री राम के जीवन से जुड़े अनेक प्रसंगों का भावपूर्ण वर्णन किया। उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम का जीवन युवाओं के लिए कर्तव्यबोध की प्रेरणा है। उन्होंने बताया कि कठिन परिस्थितियों में भी धर्म, सत्य और संयम का पालन ही समाज को सही दिशा देता है। आज के युवाओं को श्री राम के आदर्शों से प्रेरणा लेकर परिवार, समाज और राष्ट्र के प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन करना चाहिए। श्री रवि महाराज ने राम–दशरथ संवाद, सीता–राम संवाद, राम–कौशल्या संवाद, अवध वासियों के साथ राम–लक्ष्मण संवाद, लक्ष्मण–सुमित्रा संवाद तथा दशरथ–सीता संवाद के माध्यम से कर्त्तव्य, त्याग और मर्यादा का संदेश दिया। कथा में श्री राम के वन गमन, सुमंत का लौटना, केवट–राम संवाद और केवट प्रसंग, गंगा महिमा, भारद्वाज आश्रम में श्री राम का स्वागत, बाल्मीकि मिलन, दशरथ मरण, भरत का अवध आगमन, दशरथ की दाह क्रिया, भरत मिलाप, चरण पादुका लेकर भरत की वापसी तथा जयंत और अनुसूया मिलन की कथाओं ने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। इस मौके पर राष्ट्रीय भजन गायक शिवम लाड़ला, टेकचंद यादव, विकास चौहान, आशुतोष तोमर, कुलदीप शर्मा, इलु श्रीवास्तव, कुक्कू सक्सेना, रोनी सक्सेना आदि मौजूद रहीं।