बीएमसी चुनाव की तारीखों का एलान, 15 जनवरी को मतदान और 16 को मतगणना
महाराष्ट्र में बृहन्मुंबई महानगरपालिका समेत नगर निगम चुनावों को लेकर राज्य चुनाव आयोग ने तारीखों की घोषणा कर दी है। आयोग के अनुसार बीएमसी चुनाव के लिए 15 जनवरी 2026 को मतदान कराया जाएगा, जबकि मतों की गिनती 16 जनवरी 2026 को होगी। राज्य निर्वाचन आयुक्त दिनेश वाघमारे ने मुंबई में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि चुनाव शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं। मतदान के दिन सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहेंगे और मतदाताओं की सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
राज्य चुनाव आयोग के अनुसार, महाराष्ट्र के 29 नगर निगमों में कुल 2,869 सीटों के लिए चुनाव होंगे। इन चुनावों में लगभग 3.48 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। मुंबई, नवी मुंबई, ठाणे, पुणे, नासिक, नागपुर और छत्रपति संभाजीनगर जैसे प्रमुख नगर निगमों में भी इसी चरण में चुनाव कराए जाएंगे। उल्लेखनीय है कि मुंबई समेत कई नगर निगमों के चुनाव वर्ष 2022 से लंबित थे।
चुनावी तारीखों के एलान के साथ ही राज्य की राजनीति में हलचल तेज होने की उम्मीद है। बीएमसी चुनाव को महाराष्ट्र की राजनीति के लिहाज से बेहद अहम माना जाता है। वर्ष 2017 में हुए पिछले नगर निकाय चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन कमजोर रहा था और उसे मात्र 30 सीटें ही मिली थीं। हाल ही में महाराष्ट्र प्रभारी रमेश चेन्निथला ने एलान किया था कि कांग्रेस बीएमसी चुनाव स्वतंत्र रूप से लड़ेगी और सभी 227 वार्डों में अपने उम्मीदवार उतारेगी।
चुनाव कार्यक्रम के अनुसार, नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 23 दिसंबर से शुरू होगी और 30 दिसंबर तक चलेगी। नामांकन पत्रों की जांच 31 दिसंबर को की जाएगी, जबकि नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 2 जनवरी तय की गई है। 3 जनवरी को चुनाव चिन्हों का आवंटन और उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी होगी।
बीएमसी चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि महायुति मुंबई में मिलकर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने दावा किया कि सरकार के कामकाज के आधार पर जनता एक बार फिर मुंबई की सत्ता महायुति को सौंपेगी। फडणवीस ने यह भी स्पष्ट किया कि पुणे और पिंपरी-चिंचवाड़ में अजित पवार और उनकी पार्टी एक साथ चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष राजनीति की समझ रखते हैं और यदि एक साथ चुनाव लड़े गए तो इसका फायदा किसी तीसरे दल को मिल सकता है, इसलिए वहां आपसी मुकाबला होगा, लेकिन वह सौहार्दपूर्ण रहेगा।
अब चुनावी तारीखों के एलान के साथ ही राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं और आने वाले दिनों में महाराष्ट्र की सियासत में नगर निगम चुनावों को लेकर सरगर्मी और बढ़ने की संभावना है।
