ऑटो एसोसिएशन का 11वां सम्मेलन संपन्न

बरेली । ऑटो रिक्शा टेंपो चालक वेलफेयर एसोसिएशन, उ.प्र. का ग्यारहवां सम्मेलन बरेली जंक्शन स्थित मनोरंजन सदन में संपन्न हुआ। सम्मेलन में राजनीतिक और सांगठनिक रिपोर्ट पर चर्चा कर उन्हें पास किया गया। अंत में नई कार्यकारिणी और पदाधिकारियों का चुनाव हुआ।

राजनीतिक रिपोर्ट पर बात रखते हुए एसोसिएशन के अध्यक्ष कृष्णपाल ने कहा कि आज देश व दुनिया में उथल-पुथल जारी है। गहराते आर्थिक संकट ने मजदूर-मेहनतकशों के जीवन को कठिनाइयों में धकेला है। हम ऑटो चालक भी इन कठिनाइयों को अपने जीवन में महसूस कर रहे हैं। सरकार की नीतियों का ही दुष्परिणाम है कि एक तरफ चंद पूंजीपति मालामाल हो रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ लगभग 80 करोड़ लोग 5 किलो राशन पर निर्भर हैं। सरकार की नीतियों की मार हम ऑटो चालक भी झेल रहे हैं। बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी ने हमारे जीवन को गहरे से प्रभावित किया है। बेरोजगार नौजवान रोजगार हेतु अपने मां- बाप की जमा पूंजी से ऑटो या ई-ऑटो खरीद रहे हैं। लेकिन सरकार उनसे भी जीएसटी वसूल रही है। सड़क पर आने के बाद नो पार्किंग के नाम पर चालान और मनमाना जुर्माना भरने को मजबूर हैं। इन हालातों को बदलने के लिए हमें एकजुट होकर संघर्ष करना होगा।

सम्मेलन को संबोधित करते हुए बी.टी.यू.एफ. के महामंत्री संजीव मेहरोत्रा ने कहा कि बढ़ती बेरोजगारी के चलते पढ़े- लिखे नौजवान भी ऑटो चला रहे हैं। सड़कों पर बेतहाशा बढ़ती ऑटो की संख्या चालकों की कमाई को भी प्रभावित कर रही है। ऑटो एसोसिएशन बीटीयूएफ की सक्रिय यूनियन हैं। ऑटो चालकों को अपनी समस्याओं के हल के लिए एकजुट होकर यूनियन को मज़बूत बनाना होगा और संघर्ष को आगे बढ़ाना होगा। बीटीयूएफ इस संघर्ष में उनके साथ खड़ी है। हम यू पी सरकार द्वारा 6 माह तक हड़ताल पर रोक (एस्मा) लगाने के फैसले का भी इस सम्मेलन के माध्यम से पुरजोर विरोध करते हैं।
एसोसिएशन के महामंत्री सतेंद्र पाल ने कहा कि बरेली शहर में लगभग 10,000 ऑटो, ई- ऑटो सड़कों पर दौड़ रहे हैं। इतनी बड़ी संख्या होने के बाद भी हमारे लिए स्टैंड, पार्किंग, पीने का पानी, शौचालय, ई.एस.आई. आदि की सुविधा उपलब्ध नहीं है। जब- तब हमें शासन- प्रशासन की मनमानी व अवैध चालानों का शिकार होना पड़ता है। इसका कारण यह है कि हम एकजुट नहीं हैं। हमें बरेली शहर के विभिन्न अड्डों पर अपनी कमेटियां गठित कर सदस्यता को बढ़ाने की जरूरत है। शासन- प्रशासन के शोषण- उत्पीड़न पर रोक लगाने के लिए हमें अपनी एसोसिएशन को मजबूत करना होगा।
सम्मेलन में 2 प्रस्ताव भी पास किए गए। अंत में 11 सदस्यीय कार्यकारिणी और नए पदाधिकारियों का चुनाव किया गया। सम्मेलन ने साथी कृष्णपाल का अध्यक्ष और साथी सतेंद्र पाल का महामंत्री के पद पर पुनः चुनाव किया।
सम्मेलन को इंकलाबी मजदूर केंद्र के शहर सचिव ध्यान चंद्र मौर्या, कर्मचारी कल्याण सेवा समिति के अध्यक्ष जितेंद्र मिश्रा, शिक्षणेत्तर कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष हरिशंकर, क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन के ललित, परिवर्तनकामी छात्र संगठन की निशा आदि ने भी संबोधित किया।
सम्मेलन में वीरेंद्र मौर्य, अजय, ओम प्रकाश, विनोद दुबे, प्रेमपाल मौर्य, रूपलाल, प्रमोद कुमार, राजकुमार शर्मा, आमिर हुसैन, इम्तियाज, जहीर उद्दीन, इमरान हुसैन, गुड्डू, मनीष कुमार, राजेंद्र शर्मा, रविन्द्र पाल, अतुल सिंह, संदीप कुमार सहित कई ऑटो चालक शामिल रहे।

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