प्रो०(डॉ०) कमलेश गौतम की पुस्तक का हुआ विमोचन
शाहजहांपुर। अंतर्राष्ट्रीय तटस्थता दिवस के अवसर पर एस०एस० कॉलेज के प्राचार्य प्रो०(डॉ०) आर०के० आजाद ने वाणिज्य विभाग के प्रो० कमलेश गौतम और अपर्णा त्रिपाठी द्वारा संपादित पुस्तक का विमोचन किया। “वाणिज्य और मानविकी में नवीन प्रवृत्तियां” शीर्षक से प्रकाशित पुस्तक में देश के 43 विद्वानों के लेख और शोध-पत्र सम्मिलित किए गए हैं। 344 पृष्ठों की पुस्तक की भूमिका बरेली और मुरादाबाद मंडल के क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डॉ० सुधीर कुमार ने लिखी है। पुस्तक में महिला सशक्तिकरण, ई-कॉमर्स, ग्रामीण विकास, शैक्षिक सुधार, वर्तमान राजनीतिक घटनाओं, आधुनिक व्यावसायिक रणनीतियों, हरित प्रबंधन, कृषि की आधुनिक प्रवृत्तियों, संसाधनों के क्षेत्रीय वितरण, आधारभूत संसाधनों, नागरिक अधिकारों, डिजिटल इंडिया, धन भुगतान के आधुनिक तरीकों, उपभोक्ता के मनोवैज्ञानिक व्यवहारों, छात्रों के व्यवहार पर संगीत के प्रभाव, कौशल विकास, सैन्य कार्यवाहियों, मानव संसाधन प्रबंध, कार्य जीवन संतुलन, नेतृत्व का प्रभाव, सांस्कृतिक संरक्षण कानून, वर्तमान वातावरण में स्वास्थ्य क्षेत्र की चुनौतियां आदि ज्वलंत विषयों पर लेख सम्मिलित किए गए हैं। पुस्तक का परिचय देते हुए डॉ० कमलेश ने कहा कि साहित्य का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य तत्कालीन समस्याओं को प्रकट करना और उनके समाधानों को खोजने तथा लोगों को संघर्षों से दूर रहने के लिए प्रेरित करना होता है। अतः आज अंतर्राष्ट्रीय तटस्थता दिवस पर यह पुस्तक अपनी सार्थक विषय सामग्री के साथ समाज को समर्पित की गई है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आज का दिन विश्व शांति और कूटनीतिक समाधानों को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है। जिसका उद्देश्य विश्व को संघर्षों से दूर रहने और पारस्परिक संवाद पर जोर देने का संदेश देना है। इस दृष्टि से इस पुस्तक में सम्मिलित लेख वर्तमान ज्वलंत समस्याओं का प्रकटीकरण करने के साथ-साथ उनके समाधान की दिशा में भी मार्गदर्शन कर रहे हैं। विमोचन के अवसर पर वाणिज्य विभागाध्यक्ष प्रो०(डॉ०) अनुराग अग्रवाल, राजनीति विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ० आदित्य कुमार सिंह, अंग्रेजी विभाग के अध्यक्ष डॉ० शालीन कुमार सिंह, डॉ० देवेंद्र सिंह, डॉ० गौरव सक्सेना, डॉ० विजय तिवारी तथा अन्य अनेक शिक्षक और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती ने डॉ० कमलेश गौतम को उनकी इस उपलब्धि के लिए आशीर्वाद दिया और प्रबंध समिति के सचिव डॉ० ए०के० मिश्रा ने भी शुभकामनाएं देते हुए अपनी इस साहित्यिक यात्रा को निरंतर आगे बढ़ाने का आवाहन किया।














































































