बिजनौर में प्रेमी युगल के शव शहतूत के पेड़ पर लटके मिलने से सनसनी, शादी तय होने के तनाव में उठाया आत्मघाती कदम
बिजनौर । जमालुदीनपुर गांव में उस समय सनसनी फैल गई जब गांव के बाहर शहतूत के पेड़ से प्रेमी युगल के शव लटके मिले। मृतकों की पहचान अंशु उम्र 21 वर्ष पुत्र रवि कुमार और शिवानी उम्र 18 वर्ष पुत्री रामवीर के रूप में हुई। रविवार सुबह ग्रामीणों ने पेड़ पर दो शव लटके देखे तो पूरे गांव में हड़कंप मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों के शव नीचे उतरवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि दोनों के बीच प्रेम प्रसंग था, लेकिन लड़की के परिवार वाले उसकी शादी चांदपुर क्षेत्र के पास एक अन्य युवक से तय कर रहे थे। सोमवार को लड़का पक्ष शिवानी को देखने आने वाला था, जिसकी तैयारी परिवार ने कर ली थी। बताया गया कि शिवानी इस रिश्ते से तनाव में थी। शनिवार देर रात दोनों घर से निकले और सुबह उनके शव पेड़ पर लटके मिले। जिस खेत में यह घटना हुई वह अंशु के घर से सटे खेतों में ही है।
ग्रामीणों के अनुसार अंशु स्नातक का छात्र था और नौकरी की तैयारी के लिए ऑनलाइन कोचिंग करता था। वह पढ़ाई में व्यस्त रहने वाला शांत स्वभाव का युवक था। शिवानी भी गांव में ही रहती थी और पढ़ाई नहीं कर रही थी। दोनों परिवारों की आर्थिक स्थिति भी कमजोर बताई गई है। घटना की जानकारी मिलने के बाद शिवानी के पिता गम में बेसुध हो गए और किसी भी सवाल का जवाब नहीं दे पा रहे थे।
गांव में घटना का पता तब चला जब जंगल की ओर जा रहे दो किशोरों ने पेड़ पर लटके शव देखकर घबराकर गांव में शोर मचा दिया। पहले उन्हें यह किसी अजीब चीज या भूत जैसा लगा, लेकिन ग्रामीणों के पहुंचने पर पता चला कि वह अंशु और शिवानी के शव हैं।
एएसपी देहात प्रकाश कुमार ने बताया कि दोनों के बीच प्रेम संबंध थे, लेकिन लड़की के परिजन कहीं और शादी तय कर रहे थे। इसी तनाव में दोनों ने जान दे दी। पुलिस ने आगे की जांच शुरू कर दी है।
जिले में प्रेम प्रसंग के चलते आत्महत्या की यह तीसरी घटना है जिसने समाज को हिलाकर रख दिया है। एक दिन पहले धामपुर के पिपला गांव में विपुल और उसकी प्रेमिका ने जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी थी। वहीं इससे पहले नवंबर में लक्खीवाला गांव के पास एक प्रेमी जोड़े के शव मिले थे। लगातार ऐसी घटनाएं युवाओं के मानसिक दबाव, सामाजिक बंधनों और परिवारों की मजबूरियों की ओर गंभीर संकेत दे रही हैं।
