शहर की पाॅश कॉलोनियों में अधिकारियों को नहीं मिला सहयोग, मतदाता गणना प्रपत्र जमा कराने में बढ़ी मुश्किलें
शहर की पॉश साकेत और डिफेंस कॉलोनी में रहने वाले लोगों ने शनिवार शाम अधिकारियों की तमाम कोशिशों के बाद भी अपने घरों के दरवाजे तक नहीं खोले। उप जिला निर्वाचन अधिकारी सत्यप्रकाश सिंह, अपर नगर आयुक्त पंकज कुमार और अपर न्यायिक मजिस्ट्रेट खुद घर-घर जाकर लोगों से गणना प्रपत्र (SIR) जमा कराने की अपील करते रहे, लेकिन अधिकतर मकानों पर लगा मुख्य गेट ही नहीं खुला। कुछ जगह चौकीदार मिले जिन्होंने साफ कहा कि साहब बिजी हैं या आराम कर रहे हैं और उन्हें भी अंदर जाने की अनुमति नहीं है। मजबूर होकर अधिकारियों को खाली हाथ वापस लौटना पड़ा। इससे यह बड़ा सवाल उठ खड़ा हुआ है कि जब वीआईपी इलाकों में अधिकारी खुद पहुँचकर भी फॉर्म नहीं जमा करा पाए, तो बीएलओ यह काम कैसे पूरा कर पाएंगे।
जनपद की सात विधानसभा क्षेत्रों में कुल 27 लाख मतदाता हैं। इनके गणना प्रपत्र भरवाने के लिए 2758 बूथों पर चार नवंबर से अभियान चल रहा है। 26 दिन बीतने के बाद भी अब तक केवल 50 फीसदी गणना प्रपत्र ही जमा हो पाए हैं, जबकि निर्वाचन आयोग ने डिजिटल फीडिंग की अंतिम तिथि चार दिसंबर तय की है। ऐसे में यह चिंता बढ़ गई है कि बचे हुए पांच दिनों में शेष 50 फीसदी प्रपत्र कैसे जमा हो पाएंगे। समीक्षा बैठक में पता चला कि कैंट विधानसभा में सर्वाधिक कम प्रपत्र जमा हुए हैं। अधिकारियों को संदेह है कि यहां या तो बीएलओ लापरवाही बरत रहे हैं या फिर मतदाता जानबूझकर प्रपत्र जमा नहीं कर रहे हैं। इस स्थिति की हकीकत जानने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों ने शनिवार को साकेत और डिफेंस कॉलोनी का औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने कई घरों की घंटी बजाई लेकिन अधिकांश मकानों के दरवाजे नहीं खुले। कुछ जगह चौकीदारों ने अधिकारियों को रोका और बताया कि मकान मालिकों ने किसी से मिलने का समय नहीं दिया है। अधिकारियों ने कई बार समझाने का प्रयास किया, अपना परिचय दिया, लेकिन इसकी कोई प्रभावी प्रतिक्रिया नहीं मिली। लगभग एक घंटे की मशक्कत के बाद टीम को वापस लौटना पड़ा। उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि प्रशासन लगातार अपील कर रहा है कि मतदाता अपने गणना प्रपत्र ज़रूर जमा करें, क्योंकि यह अनिवार्य प्रक्रिया है।
बीएलओ ने अधिकारियों को बताया कि दोनों कॉलोनियों में गणना प्रपत्र घर-घर वितरित किए जा चुके हैं, लेकिन बड़े घरों में रहने वाले कई लोगों ने प्रपत्र भरकर लौटाए ही नहीं। रोजाना इस बाबत उनसे रिपोर्ट मांगी जाती थी और फटकार भी लगती थी। जब अधिकारी खुद गेट न खुलवाने में असफल रहे, तो बीएलओ ने आशंका जताई कि उनके कहने पर तो शायद ही कोई प्रपत्र जमा करेगा।
जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. वीके सिंह ने स्पष्ट कहा कि जो मतदाता बार-बार अपील के बावजूद अपना गणना प्रपत्र जमा नहीं कर रहे हैं, उनका नाम नई वोटर लिस्ट में नहीं जुड़ पाएगा। उन्होंने कहा कि अभी एक-दो दिन का समय और है, सभी मतदाता तुरंत अपने प्रपत्र जमा करें। रविवार को जिले में महाअभियान चलाया जाएगा जिसमें अधिकारी फिर घर-घर जाकर गणना प्रपत्र एकत्र करेंगे।
