फर्जी एफआरआरओ प्रमाणपत्र लगाकर वीजा नवीनीकरण कराने वाला विदेशी नाइजीरिया छात्र गिरफ्तार

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बरेली। थाना बारादरी पुलिस ने फर्जी एफआरआरओ (FRRO) प्रमाण पत्र के सहारे छात्र वीजा नवीनीकरण आवेदन करने वाले नाइजीरिया के नागरिक यूसुफ बाला मुस्तफा को गिरफ्तार कर लिया है। उसके साथी अयूब अली, जो दक्षिणी सुडान का निवासी है, को भी अभियोग में नामजद किया गया है। 17 नवंबर को उपनिरीक्षक मनीष भारद्वाज, चौकी प्रभारी रुहेलखण्ड द्वारा दो विदेशी छात्रों के खिलाफ फर्जी दस्तावेज लगाकर वीजा अवधि बढ़ाने के प्रयास की शिकायत पर थाना बारादरी में मु०अ०सं० 1382/2025 धारा 318(4)/338/336(3)/340(2)/61(2) बीएनएस तथा धारा 22/23 विदेशी एवं आप्रवासन अधिनियम 2025 के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया था। मामले की विवेचना उपनिरीक्षक सौरभ तोमर द्वारा की जा रही थी। विवेचना में सामने आया कि अभियुक्त यूसुफ बाला मुस्तफा, निवासी कांगो—नाइजीरिया, 19 जनवरी 2025 को छात्र वीजा पर भारत आया था। पहले उसने सिटी यूनिवर्सिटी, अमृतसर (पंजाब) में बीसीए कोर्स में प्रवेश लिया था। बाद में 19 जुलाई 2025 को उसने एमजेपी रुहेलखण्ड यूनिवर्सिटी, बरेली में बीएमएस प्रथम वर्ष में दाखिला लिया वीजा की वैधता 23 दिसंबर 2024 से 22 दिसंबर 2025 तक थी। वीजा नवीनीकरण हेतु एफआरआरओ अनुमोदन प्रमाणपत्र अनिवार्य होने पर उसने फर्जी दस्तावेज संलग्न कर आवेदन किया। पूछताछ में अभियुक्त ने स्वीकार किया कि उसने संस्थान बदलते समय न तो एफआरआरओ अमृतसर को सूचना दी और न ही नया अनुमोदन पत्र जारी कराया। वीजा बढ़ाने की आवश्यकता पड़ने पर उसके साथी अयूब अली ने कंप्यूटर पर किसी अन्य के प्रमाणपत्र को संपादित कर उसके नाम से कूटरचित एफआरआरओ प्रमाणपत्र उपलब्ध कराया, जिसे उसने आवेदन में संलग्न किया। पर्याप्त साक्ष्य मिलने पर पुलिस ने आज 19 नवंबर को अभियुक्त यूसुफ बाला मुस्तफा को पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी की सूचना उसके पिता, विश्वविद्यालय प्रशासन, इन्टेलिजेंस ब्यूरो , लोकल इंटेलिजेंस यूनिट सहित संबंधित विभागों को दे दी गई है। अभियुक्त को न्यायालय में रिमांड हेतु पेश किया गया ।
गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में उप निरीक्षक सौरभ तोमर, थाना बारादरी, हेका साबिर अली थे।