बदायूं। कार्तिक मास की भोर आज एक बार फिर भक्ति, उल्लास और श्रद्धा से सराबोर दिखी। श्री रघुनाथ जी (पंजाबी) मंदिर, से निकली तृतीय दिवस की प्रभात फेरी ने नगर में आध्यात्मिक ऊर्जा का अद्भुत संचार किया। “राधे–राधे” नाम की मधुर गूंज और संकीर्तन की लहरों ने गलियों–चौराहों को भक्ति रस में भिगो दिया। अशोक कुमार ,ओम प्रकाश नारंग के स्नेहपूर्ण आतिथ्य में भक्तों का भव्य स्वागत हुआ। श्री सनातन धर्म सभा की ओर से मेजबानों का अंगवस्त्र पहनाकर सम्मान किया गया तथा उनके श्रद्धा भाव की सराहना की गई। इसी अवसर पर उन्होंने सभी भक्तों के लिए सुस्वादु प्रसाद की व्यवस्था भी की, जिसे सभी श्रद्धालु भक्तों ने प्रेमपूर्वक ग्रहण किया। पूरा हाल भक्तों से पूरी तरह भर चुका था — बाहर खड़े श्रद्धालु भी संकीर्तन का आनंद लेते हुए भक्ति में लीन थे। महिलाएँ संकीर्तन मंडल में मधुर भजनों से वातावरण को पवित्र कर रही थीं, पुरुष भक्त जयकारों से उत्साह बढ़ा रहे थे और युवा वर्ग भक्ति नृत्य में मग्न होकर समर्पण की मिसाल पेश कर रहा था। इसी बीच, एक छोटी बालिका सनातन संस्कृति का ध्वज थामे प्रभात फेरी का नेतृत्व कर रही थी, यह दृश्य सबके हृदय को भावविभोर कर गया। फेरी में उपस्थित बच्चों में विशेष उत्साह देखने को मिला — जब वे श्री रघुनाथ जी मंदिर लौटे तो उनके चेहरों पर प्रसन्नता, भक्ति और गर्व की अनोखी आभा झलक रही थी। अंत में, श्री सनातन धर्म सभा के मीडिया प्रभारी हेमंत कुमार दुआ ने बताया कि “प्रभात फेरी का उद्देश्य न केवल धार्मिक एकता और भक्ति भाव का प्रसार है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों में सनातन संस्कारों का संचार करना भी है। प्रत्येक दिन की प्रभात फेरी भक्तों के जीवन में नई आध्यात्मिक ऊर्जा और आनंद का संचार करती है।”