बरेली। दरगाह शाह शराफ़त मियाँ पर मंगलवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में हाफ़िज़ गुलाम ग़ौस मियाँ ने ऐलान किया कि दूसरा सालाना उर्से सकलैनी 24 सितंबर से बड़ी शानो-शौकत के साथ शुरू होगा। सभी कार्यक्रम खानकाह शरीफ़ के सज्जादानशीन हज़रत ग़ाज़ी मियाँ की सरपरस्ती में होंगे। दरगाह शरीफ़ के प्रवक्ता हमज़ा सकलैनी ने बताया कि उर्स की शुरुआत 24 सितंबर को परचम कुशाई की रस्म से होगी। 25 सितंबर को ज़ायरीन चादरें लेकर दरगाह पहुँचेंगे और रात में आल इंडिया तरही मुशायरा होगा। 26 सितंबर को तक़रीरी प्रोग्राम आयोजित किया जाएगा, जबकि 27 सितंबर को देश के बड़े उल्मा खिताब करेंगे। अंतिम दिन 28 सितंबर को सुबह 11 बजे कुल शरीफ़ की रस्म अदा होगी।शाह सकलैन एकेडमी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हाजी लतीफ कुरैशी ने बताया कि देश-विदेश से बड़ी तादाद में जायरीन शिरकत करेंगे। महाराष्ट्र, गुजरात, बिहार, राजस्थान, झारखंड, बंगाल, दिल्ली, उत्तराखंड सहित कई राज्यों से मुरिदीन पहुँचेंगे। वहीं दुबई, सऊदी अरब, अमेरिका, कनाडा, अफ्रीका व अन्य देशों से भी जायरीन आएँगे। सहायक मीडिया प्रभारी आफ़ताब आलम ने कहा कि उर्स की तैयारियों से जिला प्रशासन को अवगत करा दिया गया है। सुरक्षा व व्यवस्थाओं को देखते हुए 500 वालेंटियर्स तैनात किए गए हैं। मोहसिन आलम ने बताया कि इस वर्ष भी मुंबई से रामनगर तक की ट्रेन पूरी तरह बुक कर बड़ा सकलैनी कारवां 26 सितंबर को बरेली पहुँचेगा। उनके स्वागत हेतु रेलवे स्टेशन पर कैंप लगाया जाएगा और सभी जायरीन के लिए नाश्ते-पानी का इंतज़ाम होगा। दरगाह की ओर से ज़ायरीन के ठहरने व खाने की व्यवस्था भी की गई है। इसके लिए आसपास के शादी हाल और मकानों में इंतज़ाम होंगे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौलाना मुख्तार तिलहरी, मौलाना रुम्मान कादरी, हाफ़िज़ जाने आलम, मुर्तुज़ा सकलैनी समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।