बरेली। एनजीओ आस संस्था की अध्यक्ष समयुन खान पुत्री मेराज उद्दीन खान ने मशहूर रामकथा वाचक जगतगुरु रामभद्राचार्य के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है। समयुन खान के नेतृत्व में महिलाओं ने पटेल चौक से प्रदर्शन करते हुए कोतवाली पहुंची मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की मांग की। संस्था की समयुन खान का कहना है कि मेरठ में हुई रामकथा के दौरान रामभद्राचार्य ने मुस्लिम समाज की महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी की, जिससे न सिर्फ उनकी धार्मिक आस्था को ठेस पहुंची है, बल्कि दो समुदायों के बीच वैमनस्य फैलाने का प्रयास भी हुआ है। समयुन खान ने बताया कि संस्था से जुड़े कई सम्मानित हिंदू सदस्यों ने उन्हें उक्त बयान की जानकारी दी। बाद में उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो देखा। संस्था का कहना है कि इस बयान से हिन्दू-मुस्लिम दोनों समुदायों के सदस्यों की भावनाएं आहत हुई हैं। आस संस्था ने प्रशासन से मांग की है कि जगतगुरु रामभद्राचार्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उचित कानूनी कार्रवाई की जाए। संस्था का कहना है कि ऐसे बयान भारत की एकता, अखंडता और सद्भावना के लिए गंभीर खतरा हैं। प्रदर्शन करने बाली महिलाओं में सान्या, एफ आर खान, नसरीन, शीरीन खान, सुफासन, शिनश ,रफीकन , शबनम, उजमा ,शनफीजा आदि महिलाएं मौजूद रही।