“साहित्य परिषद द्वारा आयोजित काव्य प्रतियोगिता में डॉक्टर बृजेश कुमार शर्मा प्रथम ” “हिन्दी बनी ग्लोबल भाषा “- डाॅ सुरेश बाबू मिश्रा

बरेली । अखिल भारतीय साहित्य परिषद ब्रज प्रांत बरेली द्वारा हिंदी पखवाड़े के उपलक्ष में एक काव्य प्रतियोगिता का आयोजन शील ग्रुप के सिटी सभागार में किया गया । इस काव्य प्रतियोगिता में परिषद से जुड़े बाईस साहित्यकारों ने प्रतिभाग किया और अपनी अपनी रचनाएं प्रस्तुत की । हिंदी उन्नयन के लिए किए गए किस काव्य प्रतियोगिता समारोह की अध्यक्षता प्रांतीय अध्यक्ष डॉक्टर सुरेश बाबू मिश्रा ने की । कार्यक्रम का संचालन जनपदीय अध्यक्ष डॉ बृजेश कुमार शर्मा ने किया । काव्य प्रतियोगिता में सबसे मधुर गीतिका प्रस्तुत कर डॉ बृजेश कुमार शर्मा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया । वरिष्ठ साहित्यकार डॉ अखिलेश कुमार गुप्ता को द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ । गीतकार मोहन चंद्र पांडे तृतीय स्थान पर रहे । युवा कवि रितेश कुमार साहनी को सांत्वना पुरस्कार के लिए चयनित किया गया । प्रांतीय महामंत्री डॉ शशी बाला राठी एवं गंगा शील महाविद्यालय की प्रोफेसर डा० नजमा बेगम ने निर्णायक की भूमिका निभाई । विजेता साहित्यकारों को डॉ सुरेश बाबू मिश्रा, डॉ शशि वाला राठी एवं डॉ नजमा बेगम ने माल्यार्पण कर तथा प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह देकर पुरस्कृत किया । इस अवसर पर काव्य प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले अन्य सभी प्रतिभागियों को माला पहनाकर एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया । सम्मानित होने वालों में एस के कपूर हंस ,विमलेश चंद्र दीक्षित, प्रोफेसर विनीता सिंह, अनिल शर्मा ,निर्भय सक्सेना ,सुरेन्द्र वीनू सिन्हा , डॉक्टर अनिल मिश्रा प्रवीण कुमार शर्मा डॉक्टर रवि प्रकाश शर्मा , प्रमोद मिश्रा एवं डाॅ शिल्पा जैन एवं डाॅ हरि मोहन पाण्डेय शामिल रहे ।
प्रांतीय महामंत्री डाॅ शशि बाला राठी ने कहा कि देश के 70 करोड़ से अधिक लोगों द्वारा बोली जाने बाली हिन्दी जन – जन की भाषा है । अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में डाॅ सुरेश बाबू मिश्रा ने कहा कि हिन्दी हमारी मात्र भाषा है इसलिए हमें हिन्दी बोलने में गर्व का अनुभव करना चाहिए संकोच का नहीं । उन्होने कहा कि तकनीकि के वर्तमान दौर में हिन्दी ग्लोबल भाषा बन गई है । हिन्दी और हिन्दी साहित्य का भविष्य उज्जवल है । कार्यक्रम के अंत में जनपदीय मंत्री डाॅ विमलेश कुमार दीक्षित ने सभी का आभार व्यक्त किया ।