कहती हैं- दूसरे समुदाय की युवती ने पति को फंसाया, मेरी जिंदगी बचाने की लगाई गुहार

रायबरेली। यूपी के रायबरेली में पति और उसकी प्रेमिका के उत्पीड़न से परेशान महिला ने सीएम योगी को खून से पत्र लिखकर इंसाफ मांगा है। महिला का आरोप है कि दूसरे समुदाय की युवती ने उसके पति को लव जिहाद में फंसा लिया है। उसने पति के सामने ही उसे पीटा। पति को भड़काकर जबरन घर से निकलवा दिया। युवती का इरादा उसके पति की प्रॉपर्टी पर कब्जा करना है। मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
मूल रूप से प्रतापगढ़ की रहने वाली महिला ने सीएम को एक पत्र भेजा। इसमें लिखा कि करीब 11 साल पहले रायबरेली निवासी युवक के साथ उसकी शादी हुई थी। उनको दो बेटे हैं। करीब छह महीने पहले छोटा बेटा बीमार हो गया था। बेटे के इलाज के लिए लखनऊ आना-जाना लगा था।
इधर, रायबरेली शहर के रहने वाले दो लोगों ने उसके पति को दूसरे समुदाय की युवती से मिलवा दिया। युवती ने पति को लव जिहाद के जरिये अपने प्रेमजाल में फंसा लिया। पति ने युवती के नाम एक फर्म खोल दी है। इसी फर्म के नाम पर अब तक पति ने युवती को लाखों रुपये दे दिए हैं।
सीएम को पत्र लिखने के बाद पुलिस हरकत में आई
युवती अब उनके मकान समेत अन्य प्रॉपर्टी पर कब्जा करने का प्रयास कर रही है। उसने न्याय के लिए पुलिस-प्रशासन के अफसरों से मुलाकात की। लेकिन, न्याय नहीं मिला। इस पर महिला ने खून से पत्र लिखकर सीएम योगी से न्याय मांगा है। सीएम को पत्र लिखने के बाद पुलिस हरकत में आई है।
पीड़िता के मुताबिक, युवती को उनके पति से मिलवाने वाले दोनों युवक उसे लगातार जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। इससे वह और उसके बेटे घबराए हुए हैं। डर के मारे उन्हें अपने मायके में रहना पड़ रहा है। युवती के जरिये वो दोनों युवक उनके पति से रुपये ऐंठ रहे हैं। दोनों युवक और युवती मिलकर पति को उसके प्रति भड़का रहे हैं। युवक दबंग किस्म के हैं। आरोपियों पर जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो वह आत्महत्या कर लेगी।
पति ने भी पत्नी के खिलाफ केस दर्ज कराया है
सीओ सदर अमित सिंह ने बताया कि मामले में लव जिहाद जैसी कोई बात नहीं है। दंपती के बीच आपसी विवाद चल रहा है। महिला ने पति के खिलाफ काफी पहले एफआईआर दर्ज कराई थी। इसमें चार्जशीट दाखिल कर दी गई है। मामला कोर्ट में विचाराधीन है। एक सप्ताह पहले पति ने भी पत्नी के खिलाफ फर्जी तरीके से परेशान करने का केस दर्ज कराया है। खून से पत्र लिखने के मामले की जानकारी पीड़िता की तरफ से नहीं दी गई थी। हालांकि, अब मीडिया के माध्यम से मामला संज्ञान में आया है। जांच कराई जा रही है।