राष्ट्र और समाज की उन्नति में योगदान करने की नई पीढ़ी को दे प्रेरणा,पद्मश्री डॉ बी के जैन

चित्रकूट। श्री सदगुरु सेवा संघ ट्रस्ट, जानकीकुण्ड चित्रकूट परिसर में 79वाँ स्वतंत्रता दिवस अत्यंत हर्षोल्लास और गरिमामयी वातावरण में मनाया गया। समारोह का शुभारंभ प्रातः छात्रों द्वारा निकली गयी प्रभात फेरी से हुआ, तदुपरांत समारोह स्थल पर ट्रस्टी डॉ. बी.के. जैन ने ध्वजारोहण किया एवं स्कॉउट दल के छात्रों द्वारा उन्हें सलामी दी गयी | ध्वजारोहण के उपरांत डॉ. जैन ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को स्मरण किया। उन्होंने अपने भाषण में कहा कि
“आज का दिन हम सभी के लिए गर्व और आत्मचिंतन का अवसर है। स्वतंत्रता हमें अनगिनत बलिदानों के बाद मिली है। अब हमारा कर्तव्य है कि हम शिक्षा, स्वास्थ्य, सेवा और नैतिक मूल्यों को आगे बढ़ाएँ । सदगुरु ट्रस्ट का मूल उद्देश्य भी यही है कि हर व्यक्ति तक सेवा और सहयोग पहुँचे। हमें नई पीढ़ी को यह प्रेरणा देनी होगी कि वे राष्ट्र और समाज की उन्नति में योगदान करें।” इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि एवं ट्रस्टी, श्री मनोज पंड्या मुंबई भी अपने परिवार सहित समारोह में सम्मिलित हुए। उन्होंने अपने उद्बोधन में स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि –“देश की स्वतंत्रता हमारे पूर्वजों की धरोहर है,। हमें इसे केवल स्मरण नहीं करना बल्कि नई पीढ़ी को जिम्मेदारी और कर्तव्यनिष्ठा का संदेश देना है। सेवा और समर्पण ही सच्चे अर्थों में राष्ट्र के प्रति श्रद्धांजलि है।” उनके प्रेरणादायी संबोधन के पश्चात विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के विद्यार्थियों ने देशभक्ति से परिपूर्ण गीत, नृत्य प्रस्तुत कर वातावरण को उल्लास और उमंग से भर दिया। बच्चों की प्रस्तुतियों ने उपस्थित जनसमूह से तालियों की भरपूर सराहना बटोरी। इसके साथ ही बच्चों के लिए विविध खेलकूद प्रतियोगिताएँ भी आयोजित की गईं।
कार्यक्रम में शिक्षा समिति, सदगुरु ट्रस्ट और रघुवीर मंदिर ट्रस्ट द्वारा संचालित विद्यालयों के विद्यार्थियों को उनकी शैक्षणिक और सांस्कृतिक उपलब्धियों के लिए पुरस्कार वितरित किए गए । आयोजन का विशेष आकर्षण रहा मैत्रीपूर्ण वॉलीबॉल मैच, जो संस्कृत गुरुकुल एवं शिक्षा समिति की टीमों के बीच खेला गया। दोनों टीमों ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया, जिसमें अंततः गुरुकुल की टीम ने विजय प्राप्त की । इस भव्य समारोह में ट्रस्ट के विभिन्न विभागों के कार्यकर्त्ता, आमंत्रित अतिथि, गुरु भाई-बहन, विद्यार्थी और क्षेत्र के नागरिक सहित कुल 3500 से अधिक लोग इस अवसर के साक्षी बने ।