बदायूं पुलिस बनी श्रद्धा, सेवा और सुरक्षा की मिसाल, कावड़ियों ने की मुक्तकंठ से सराहना

बदायूं। श्रावण मास के दौरान शिवभक्तों की आस्था से जुड़ी कांवड़ यात्रा में बदायूं पुलिस ने जिस तरह से समर्पण, सजगता और सेवा भावना का परिचय दिया, वह सराहनीय ही नहीं बल्कि अनुकरणीय बन गया। एसएसपी डॉ. ब्रजेश सिंह के कुशल नेतृत्व में पुलिस प्रशासन ने कांवड़ियों की सुगमता, सुरक्षा और सुविधा के लिए अभूतपूर्व व्यवस्था की, जिसे देखकर श्रद्धालु गदगद हो उठे और उन्होंने बदायूं पुलिस के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए मुक्तकंठ से प्रशंसा की। सावन के इस पावन महीने में जब हजारों की संख्या में कांवड़ यात्री विभिन्न मार्गों से होकर गंगा जल लेने जाते हैं, तब मार्ग व्यवस्था, यातायात नियंत्रण, स्वास्थ्य सुविधा, आपातकालीन सेवाएं और सुरक्षा व्यवस्था सबसे बड़ी चुनौती बन जाती है। इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए बदायूं पुलिस ने कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराने के लिए विशेष रणनीति अपनाई। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक पुलिस की मुस्तैद तैनाती, हाईवे पर ट्रैफिक मैनेजमेंट, मेडिकल कैंप, विश्राम स्थल, पीने के पानी की व्यवस्था तथा महिलाओं और बच्चों की विशेष सुरक्षा के लिए की गई व्यवस्थाएं कावड़ियों के लिए अत्यंत सहयोगी सिद्ध हुईं। पुलिस कर्मियों ने न केवल कांवड़ियों को सुरक्षा प्रदान की, बल्कि मानवता और संवेदना के साथ सेवा भी की। कहीं थके हुए श्रद्धालुओं को पानी पिलाया गया, तो कहीं पुलिस कर्मियों ने खुद उनके साथ कांवड़ उठाकर मदद की। श्रद्धालुओं ने कहा कि बदायूं पुलिस ने सिर्फ कानून व्यवस्था संभाली ही नहीं, बल्कि सेवा भावना से भी दिल जीत लिया। रात्रि में गश्त, संवेदनशील स्थानों पर विशेष निगरानी और हर मोड़ पर तैनात पुलिसकर्मियों की तत्परता ने कांवड़ियों को यह विश्वास दिलाया कि वे पूरी सुरक्षा में हैं। एसएसपी डॉ. ब्रजेश सिंह ने स्वयं लगातार निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और सभी पुलिस कर्मियों को निर्देशित किया कि कांवड़ियों के प्रति सम्मानजनक व्यवहार रखें और सेवा भावना के साथ कार्य करें। पुलिस कंट्रोल रूम को 24 घंटे सक्रिय रखा गया, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। बदायूं पुलिस द्वारा इस बार सावन में दी गई सेवा, श्रद्धा और सुरक्षा व्यवस्था से एक सकारात्मक संदेश गया है कि जब प्रशासन संवेदनशीलता और सेवा भाव के साथ कार्य करता है, तो धार्मिक आयोजन भी सुखद अनुभव बन जाते हैं। कांवड़ियों की ओर से मिली प्रशंसा, पुलिस प्रशासन के लिए न केवल गर्व की बात है, बल्कि यह आगे भी इसी समर्पण से कार्य करने की प्रेरणा देती है।