निजी स्कूलों के शोषण के खिलाफ शिवसेना ने किया प्रदर्शन

बरेली । शिवसेना पश्चिमी उत्तर प्रदेश ने बरेली में बुक डिपो और निजी स्कूलों द्वारा अभिभावकों और शिक्षकों के कथित शोषण के खिलाफ आवाज बुलंद की है। संगठन ने सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भेजा , जिसमें स्कूलों की मनमानी और आर्थिक शोषण पर अंकुश लगाने की मांग की गई। ज्ञापन में स्कूलों द्वारा महंगी फीस, पाठ्यक्रम और ड्रेस की खरीद में अनियमितताओं के साथ-साथ शिक्षकों को कम वेतन देने जैसे गंभीर मुद्दों को उठाया गया। ज्ञापन में कहा गया कि पब्लिक और निजी स्कूल अभिभावकों से भारी-भरकम फीस, प्रवेश शुल्क और अन्य शुल्कों के नाम पर खुलेआम वसूली कर रहे हैं। स्कूल संचालक अभिभावकों को दुकानों से महंगे दामों पर पाठ्यक्रम और ड्रेस खरीदने के लिए बाध्य करते हैं। विशेष रूप से, सरस्वती सदन और चिल्ड्रन बुक डिपो, बरेली जैसी पब्लिकेशन कंपनियों के साथ स्कूलों की साठगांठ का आरोप लगाया गया, जो 60 प्रतिशत तक कमीशन लेकर अभिभावकों को तीन गुना दामों पर किताबें खरीदने के लिए मजबूर करती हैं। इसके अलावा, प्रत्येक कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद बच्चों से दोबारा प्रवेश शुल्क वसूलने की प्रथा को भी अभिभावकों के लिए परेशानी का कारण बताया गया। शिवसेना ने शिक्षकों के साथ हो रहे अन्याय को भी उजागर किया। ज्ञापन के अनुसार, स्कूल संचालक शिक्षकों को 18-20 हजार रुपये मासिक वेतन का वादा करते हैं, लेकिन वास्तव में उन्हें केवल 5-7 हजार रुपये ही दिए जाते हैं। यह दोहरा मापदंड शिक्षकों के साथ आर्थिक शोषण का स्पष्ट उदाहरण है। संगठन ने आरोप लगाया कि स्कूलों ने शिक्षा को व्यापार बना दिया है और बिना किसी सरकारी नियंत्रण के यह अनियमितताएं लंबे समय से जारी हैं। शिवसेना ने जनहित में कई ठोस मांगें रखीं। पहली, सभी स्कूलों में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम अनिवार्य किया जाए और अभिभावकों को खुले बाजार से किताबें व ड्रेस खरीदने की आजादी दी जाए। दूसरी, एक बार प्रवेश के बाद प्रत्येक कक्षा में दोबारा प्रवेश शुल्क लेने की प्रथा पर रोक लगे। तीसरी, सरकारी स्कूलों का स्तर सुधारकर उन्हें आधुनिक शिक्षा से जोड़ा जाए ताकि निजी स्कूलों पर निर्भरता कम हो। चौथी, शिक्षकों का वेतन शासनादेश के अनुसार तय हो और इसकी अनियमितता पर सख्ती हो। इस दौरान शिवसेना के जिला प्रमुख दीपक पाठक, महानगर प्रमुख आयुष वर्मा सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे। संगठन ने चेतावनी दी कि यदि मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आंदोलन तेज करेंगे। यह ज्ञापन न केवल बरेली बल्कि पूरे प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता को रेखांकित करता है। इस दौरान शिव सेना पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिला प्रमुख दीपक पाठक ,महानगर प्रमुख आयुष वर्मा, शिवम सक्सेना, सौरभ सैनी , विश्वप्रताप सिंह,नवीन शर्मा ,दिवेद ,सुधा शर्मा,संजय चन्द्रा,अनीता मिश्रा,विनोद राजपूत,रेखा रस्तोगी,अंकुर अग्निहोत्री,वासु रस्तोगी,प्रिन्स चन्द्रा,अर्चित मिश्रा,जोत कौर,शुभम रस्तोगी,विजय मिश्रा,नवीन सक्सेना,रनजीत सैनी,शिवम उपाध्याय,माधव रस्तोगी,विवेक मिश्रा,विकास प्रभार,राकेश यादव,सोनू सक्सेना मौजूद रहे।