कश्यप युवा वाहिनी ने महर्षि कश्यप जयंती दुर्गा मंदिर में धूमधाम से मनाई,बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया
बदायूं।।आज कश्यप युवा वाहिनी के तत्वाधान महर्षि कश्यप जी की जयंती दुर्गा मंदिर सभागार मे बड़े धूमधाम से मनाई गई । पुनीत कुमार कश्यप एडवोकेट ने महर्षि कश्यप जी की चित्र पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित किया। इस अवसर पर वाहिनी के अध्यक्ष पुनीत कुमार कश्यप ने कहा कि ऋषि कश्यप ब्रह्माजी के मानस-पुत्र मरीची के विद्वान पुत्र थे। मान्यता अनुसार इन्हें अनिष्टनेमी के नाम से भी जाना जाता है। इनकी माता ‘कला’ कर्दम ऋषि की पुत्री और कपिल देव की बहन थी। कश्यप को ऋषि-मुनियों में श्रेष्ठ माना गया हैं।महर्षि कश्यप ने अधर्म का पक्ष कभी नहीं लिया, चाहे इसमें उनके पुत्र ही क्यों न शामिल हों। महर्षि कश्यप राग-द्वेष रहित, परोपकारी, चरित्रवान और प्रजापालक थे। वे निर्भीक एवं निर्लोभी थे। कश्यप मुनि निरन्तर धर्मोपदेश करते थे, जिनके कारण उन्हें ‘महर्षि’ जैसी श्रेष्ठतम उपाधि हासिल हुई। समस्त देव, दानव एवं मानव उनकी आज्ञा का अक्षरशः पालन करते थे। उन्हीं की कृपा से ही राजा नरवाहनदत्त चक्रवर्ती राजा की श्रेष्ठ पदवी प्राप्त कर सका। वाहिनी के सचिव नौरंगी लाल कश्यप ने कहा कि श्रीनरसिंह पुराण के अनुसार मरीचि ऋषि ब्रह्मा जी के मानस पुत्र थे। मरीचि ऋषि की पत्नी थीं सम्भूति। इन्हीं सम्भूति की कोख से महर्षि कश्यप का जन्म हुआ। महर्षि कश्यप अपने श्रेष्ठ गुणों, प्रताप एवं तप के बल पर श्रेष्ठतम महाविभूतियों में गिने जाते थे। वाहिनी के सचिव सौरभ कश्यप कहा कि महर्षि कश्यप सप्तऋषियों में प्रमुख माने गए। महर्षि कश्यप ने समाज को एक नई दिशा देने के लिए ‘स्मृति-ग्रन्थ’ जैसे महान ग्रन्थ की रचना की। इसके अलावा महर्षि कश्यप ने ‘कश्यप-संहिता’ की रचना करके तीनों लोकों में अमरता हासिल की। ऐतिहासिक दस्तावेजों के अनुसार ‘कस्पियन सागर’ एवं भारत के शीर्ष प्रदेश कश्मीर का नामकरण भी महर्षि कश्यप जी के नाम पर ही हुआ इस अवसर मैकू लाल कश्यप मोहन लाल कश्यप तेजपाल कश्यप कमल कश्यप हेतराम कश्यप चेतन कश्यप हरी कश्यप मुन्ना लाल कश्यप कबीर कश्यप अमन कश्यप रमा देवी कश्यप पुष्पा देवी कश्यप मुन्नी देवी शारदा देवी किरन देवी राज श्री कुसम देवी अभिषेक कश्यप मन्जू देवी राज कुमारी आदि बडी सख्या महिला व पुरुष मौजूद रहे।




















































































