बरेली। बौद्ध समाज को मंदिर सौंपने की मांग करते हुए राष्ट्रीय बौद्ध महासभा के जिला अध्यक्ष सतीश कुमार बौद्ध के नेतृत्व समाज के लोगों के साथ महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित जिला अधिकारी कार्यालय में सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन दिया। ने मांग की है कि महाबोधि महाविहार बैंड गया जिला गया बिहार, तथागत गौतम बुद्ध को ज्ञान स्थली है। बौद्धगया यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में सम्मिलित है। विश्व के इस पवित्र एवं गौरवपूर्ण स्थान से विश्व भर के बौद्धों एवं अम्बेडकर अनुयाइयों की आस्था जुड़ी हुई है। इस महाबोधि महाविहार के मंदिर में प्रबंधन कमेटी में चार गैर बौद्ध, चार बैद्ध सदस्य सम्मिलित है कमेटी का अध्यक्ष कलेक्ट्रेट होते हैं। मंदिर को गैर बौद्धों द्वारा छेडछाड़ कर विकृत किया जा रहा है। विश्व शांति दूत के स्वल पर नियमित शांति भंग हो रही है। उन्होंने कहा कि देश में जिस प्रकार से मुस्लिम, इसाई, सिख व अन्य धर्मावलंबियों का उनको धार्मिक स्थलों के प्रबंधन का अधिकार है, उसी प्रकार महाबोधि महाविहार गया का संपूर्ण प्रबंधन बौद्धों का होना चाहिए। महाबोधि महाविहार को गैर बौद्धों से मुक्त कराने हेतु शांतिपूर्ण आंदोलन कर ज्ञापन दिया हैं परंतु बिहार सरकार भिक्खुयों की जायज मांग को न सुनकर उल्टा उनकी आवाज को बलपूर्वक दबाया एवं बौद्ध धम्म गुरुओं के प्रति असम्मान जनक व्याहार किया जा रहा है। हम मांग करते हैं मंदिर हमारे समाज को दे दिया जाए।ज्ञापन देने बालो में जगदीश प्रसाद , सुशील कुमार निगम , एडवोकेट हरीश सत्यार्थी, सतीश कुमार बौद्ध, श्यामाशरण , विवेक , मुनीश कुमार बौद्ध, सुनील, रूप चंद्र, मोरपाल , प्रेमपाल आदि मौजूद थे।