बदायूँ। साहित्यिक संस्था आचमन फाउंडेशन द्वारा आज बदायूँ निवासी एवं वर्तमान में उत्तराखंड में नियुक्त आईपीएस केवल खुराना के असमय अवसान पर शोक संवेदना व्यक्त की गयी। केवल खुराना वर्ष 2005 बैच के आईपीएस अधिकारी थे। उनकी गिनती तेज तर्रार अफसरों में होती थी।वर्तमान में उनके पास आईजी ट्रेनिंग की जिम्मेदारी थी। केवल खुराना साहित्य प्रशंसक भी थे एवं खुद भी कविताएं लिखते थे। एक कर्तव्यनिष्ठ और समर्पित ऑफिसर रहे केवल खुराना अनेक युवाओं के प्रेरणा स्रोत थे। बदायूँ के लिए यह निजी क्षति है।क्योंकि एक छोटे से शहर से निकल कर एक ऊंचे मकाम पाकर उन्होंने सिद्ध किया कि यदि प्रतिभा हो और आगे बढ़ने की ललक तो सब कुछ सम्भव हो सकता है। आचमन फाउंडेशन की संस्थापक सोनरूपा विशाल ने कहा कि केवल उनके सहपाठी रहे और वे बचपन से भी कुशाग्र बुद्धि के थे।उनके इतने बड़े पद पर पहुँचना उनके सभी सहपाठियों के लिए गर्व की बात थी। ऐसी प्रतिभा का असमय चले जाना बहुत दुःखद है। आचमन फाउंडेशन की ओर से विशाल रस्तोगी,मंजुल शंखधार,डॉ.अक्षत अशेष,शोभित वैश्य,नितिन गुप्ता,शलभ गुप्ता ने अपनी संवेदना व्यक्त की।