बरेली । एफ आर इस्लामिया इंटर कॉलेज की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के सात दिवसीय विशेष शिविर के छठे दिन स्वयं सेवकों ने हरूनगला क्षेत्र में लगभग 5 किलोमीटर रन फॉर डिसेबल्ड अवेयरनेस पूरी की। जिसमें विकलांगता के बारे में जागरूक किया। प्रथम सत्र में छात्रों ने विकलांग जागरूकता पर क्षेत्र के लगभग 150 परिवारों का सर्वे किया। इस सर्वे में 18 वर्ष से कम आयु के कुल 12 बच्चे तथा 18 वर्ष से अधिक आयु के 48 लोग विभिन्न विकलांगता से ग्रस्त मिले। कार्यक्रम अधिकारी फरहान अहमद के निर्देशन में छात्रों ने उन्हें केंद्र व राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही एनएफडीसी योजना, दिव्यांग पेंशन योजना और दीनदयाल दिव्यांगजन पुनर्वास योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्हें दिव्यांगों के लिए सरकारी योजनाओं के तहत दी जाने वाली सहायता राशि के बारे में तथा ज़रूरी उपकरणों के लिए दिए जाने वाले अनुदान के बारे में बताया। फरहान अहमद ने बताया कि विभिन्न दिव्यांगों के लिए वैज्ञानिक रूप से बने आधुनिक सहायता उपकरणों का उपयोग उनके शारीरिक, सामाजिक व मनोवैज्ञानिक पुनर्वास को बढ़ावा देता है और उनकी विकलांगता को कम कर सकता है। द्वितीय सत्र में वॉलिंटियर्स ने ‘एक युद्ध नशे के विरुद्ध’ अभियान चलाया। मुख्य अतिथि समाजसेवी संस्था पैगामे इंसानियत के अध्यक्ष अहमद अजीज ने छात्रों को नशा मुक्ति के बारे में बताते हुए कहा कि अच्छी शिक्षा के अभाव में लोग कम उम्र में ही शराब और दूसरी तरह के नशे का शिकार हो जाते हैं और आजीवन नशे की लत में रहते हैं। विशिष्ट अतिथि ऑल इंडिया आइडियल टीचर एसोसिएशन के अध्यक्ष इरफान अली ने कहा कि जागरूकता अभियान और शिक्षा कार्यक्रम नशे की लत से जूझ रहे लोगों के प्रति समझ और सहानुभूति बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। इस मौके पर मोहम्मद अली सलमानी, प्रमोद, शोएब अली, नवेद रजा, मोहम्मद साबिर और रुपेंद्र मौर्य सहित सभी वॉलिंटियर्स उपस्थित रहे।