बरेली । पुराने शहर में कैटल गैंग के प्रभारी अरुण गौतम और उनकी टीम ने एक बिगड़े हुए सांड को काबू करने का प्रयास किया। इस दौरान संविदा कर्मी राजीव कुमार की तीन उंगलियां कट गईं। कैटल गैंग प्रभारी अरुण गौतम और उनके भाई तरुण गौतम ने कर्मचारी को तुरंत खुशलोक अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर विनोद पागरानी और डॉक्टर शरद अग्रवाल ने तत्काल सर्जरी करके उनकी जान बचाई। इस घटना में यह भी उजागर हुआ कि कर्मचारियों के पास आयुष्मान कार्ड, ईएसआई कार्ड, या अन्य चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध नहीं थीं, जिसके कारण उन्हें इलाज का खर्च स्वयं वहन करना पड़ा। यह स्थिति कर्मचारियों के लिए चुनौतीपूर्ण है और सरकारी स्तर पर ऐसे कर्मचारियों के लिए बेहतर चिकित्सा सुविधाएं और बीमा योजनाएं उपलब्ध कराने की आवश्यकता है।