बरेली। इस सरकार के पास देश की जनता के लिए कोई विजन नहीं है। बजट किसान, नौजवान, गरीब विरोधी है। केन्द्र सरकार बजट के आंकड़े के साथ महाकुंभ में जान गवांने वाले श्रद्धालुओं के आंकड़े भी दे। इसके सब आंकड़े झूठे हैं। बजट में महंगाई, बेरोजगारी कम करने की कोई योजना नहीं है। किसानों की आय बढ़ाने और किसानों की फसलों की एमएसपी का कानूनी अधिकार देने की कोई बात नहीं कही है। किसानों की कर्जमाफी की कोई बात नहीं है। खाने-पीने की चीजों में बढ़ती महंगाई को कम करने को लेकर कुछ नहीं कहा गया। इस बजट से किसानों, नौजवानों, गरीबों, व्यापारियों सभी को निराशा हुई है। आंकड़ों के जरिए आम जनता को भरमाने का काम कर रही है। दोषपूर्ण जीएसटी को लेकर बजट में सरकार मौन है। इस सरकार की दोषपूर्ण जीएसटी से व्यापार और व्यापारी बर्बाद हो गया है।