हम हैं संस्था के डा. शैलेष पाठक ने श्रमिक के गांव पहुंच कर की मदद दातागंज। हम हैं संस्था के संस्थापक डा. शैेलेष पाठक ने आज विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बझेड़ा पहुंच कर घर वापसी करने वाले श्रमिक परिवार को अपने खर्चे से राशन उपलब्ध कराया। साथ ही मनरेगा का जाव कार्ड और आवास दिलाया। मालूम रहे दातागंज तहसील क्षेत्र के ग्राम बझेड़ा निवासी श्रमिक रंजीत कश्यप समेत परिवार के 09 सदस्यों के साथ उत्तराखंड के टनकपुर में खनन का कार्य करते थे। पिछले दिनों वहां की शारदा नदी के उफान पर आने पर यह परिवार नदी के टापू पर फंस गया था। उसका घरेलू सामान,नगदी और सभी सामान नदी में समा गया था। वहां की पुलिस टीम ने रेस्क्यू आपरेशन कर इस परिवार को सुरक्षित निकाल तो लिया, लेकिन इस परिवार के पास खाने के लिए कुछ नही था, यहां तक की घर वापसी को किराये के रुपये तक नहीं थे। श्रमिक रंजीत ने किसी से फोन नंबर लेकर डा. शैलेष पाठक को मदद के लिए फोन किया, तो डा. पाठक ने तुरंत अपने खर्चे से टैक्सी से इस परिवार को यहां गांव बुलवाया। इसके बाद डा. पाठक आज स्वयं इस श्रमिक परिवार के गांव पहुंचे। श्रमिक रंजीत के यहां मूल गांव में भी मकान नहीं है, पूरा परिवार छप्पर डाल कर गुजर बसर कर रहा, घर में भोजन, कपड़े, शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं थी। यह देख कर डा. पाठक का मन काफी द्रवित हो गया। उन्होंने अपने खर्चे से इस श्रमिक परिवार को महीने भर का राशन उपलब्ध कराया। प्रधान एवं रोजगार सेवक को मौके पर बुलाकर मनरेगा में काम के लिए जाव कार्ड दिलाया। प्रधानमंत्री आवास के तहत आवास दिलाया। साथ ही डा. पाठक ने इस श्रमिक परिवार को आश्वासन दिया कि जिस समय में कोई जरूरत हो वह मदद को तैयार हैं। डा. पाठक की इस पहल और मदद से श्रमिक परिवार के सभी सदस्यों के चेहरे पर एक बार फिर मुस्कान वापस लौट आई है।