बरेली। थाना शाही के ग्राम गौसगंज में ताजिया के कारण हुई घटना के बाद पुलिस द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय पर की जा रही अनैतिक कार्रवाई के संबंध में जिला अधिकारी को ज्ञापन देकर पुलिस द्वारा एकपक्षीय कार्यवाही और खाली मकानो में रोजमर्रा के जरूरत मंद समान की तोड़फोड़ और लूट की घटना का विरोध जताया। गांव गौसगंज में दो समुदाय के बीच बवाल को हुए चार महीने से अधिक का समय बीत चुका है लेकिन हालात आज तक सामान्य नहीं हो सके है। इसी मामले में मंगलवार को सपा के जिला अध्यक्ष शिव चरन कश्यप, महानगर अध्यक्ष शमीम खा सुल्तानी ने डीएम रविन्द्र कुमार से मुलाकात करके कहा है कि 19 जुलाई 2024 को शाही थाना क्षेत्र के गौसगंज की घटना राजनीतिक विद्वेष के चलते हुई थी । इस घटना में पुलिस द्वारा अल्पसंख्यक समाज को पुलिस द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है। उनकी मांग है कि वहां के अल्पसंख्यकों के हित को देखते हुए आवश्यक कार्रवाई की जाए। सपा जिला अध्यक्ष शिवचरण कश्यप ने कहा घटना को आज चार महीने 23 दिन हो चुके है। मुस्लिम समाज के करीब 40 से 45 घरों को लूट लिया गया है। साथ ही घर और खेत से फसलें ओर जानवरों को खोलकर ले गए। मुकदमों में बंद कर दिया गया है। इसके अलावा भी 15 घरों पर बुलडोजर चलाए गए हैं। इस मौके पर पीड़िता शाहीन और रुकसाना ने बताया कि इस घटना में उन जैसे 40 परिवार के कोई लेना देना नहीं है पर पुलिस उन्हें वहां रहने नहीं दे रही है। जिसके चलते उन्हें पिछले चार महीने से अलग अलग जगहों पर रहना पड़ रहा है। वहीं कई परिवार गौसगंज से पुलिस की कार्रवाई से परेशान होकर पलायन करने को मजबूर है। ज्ञापन देने वालों में जिला अध्यक्ष शिवचरन कश्यप, महानगर अध्यक्ष शमीम खाँ सुल्तानी, राजेश अग्रवाल, पंडित दीपक शर्मा, मनोहर पटेल, शेर सिंह गंगवार, राजेश मौर्या, गोविन्द सैनी, दिनेश यादव, अशोक यादव, समयुन खान, ब्रजेश श्रीवास्तव, स्मिता यादव, गज़ल अंसारी, नाजिम कुरैशी,अमित गिहार, श्याम वीर यादव, रोहित राजपूत, पार्षद आरिफ़ कुरैशी, पार्षद अब्दुल सलीम,सैय्यद ज़मील, मोहसिन खान, हरिपाल फ़ौजी, राकेश यादव, परवेज़ यार खाँ, देवांशी शर्मा, मेराज़ अंसारी, महेश यादव, चंद्र सेन पाल आदि प्रमुख सपा पदाधिकारी मौजूद थे।