बदायूँ में हत्यारोपियों को तमंचा रख कर जेल भेजने वाले चौकी इंचार्ज व दो सिपाही निलंबित
बदायूँ।।हत्यारोपियों से सांठगांठ करके उन्हें तमंचे के साथ सिविल लाइन थाना क्षेत्र की मंडी चौकी के इंचार्ज और दो सिपाहियों ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इस मामले में मंडी चौकी इंचार्ज समेत दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। वही पूरे प्रकरण की जांच एसएसपी बदायूं ने उझानी co शक्ति सिंह को सौंपी है और विभागीय जांच भी बैठा दी है। एक सप्ताह पहले बरेली के बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र मे हुई जनसेवा केंद्र संचालक नन्हें बाबू की हत्या के आरोपी सगे भाइयों को बदायूं जनपद की सिविल लाइन थाना क्षेत्र की मंडी चौकी पुलिस ने तमंचे की बरामदगी दिखाकर मंगलवार को जेल भेज दिया। मुठभेड़ में गिरफ्तारी के डर से दोनों आरोपियों ने पुलिस से सेटिंग की थी। आरोप है कि इसके लिए खुद पुलिस ने ही तमंचे की व्यवस्था कराई थी।
एडीजी के आदेश पर एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह ने बुधवार रात मंडी चौकी प्रभारी वीर सिंह, हेड कांस्टेबल शोभित यादव, कांस्टेबल कालीचरन और सुशील कुमार को निलंबित कर दिया है। बरेली के थाना बिथरी चैनपुर में 27 नवंबर की शाम जनसेवा केंद्र के संचालक नन्हेबाबू की तीन गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। मुख्य आरोपी सगे भाई भूरे और राजवीर यादव निवासी गांव रजऊ परसपुर फरार हो गए थे। जबकि सह आरोपी पूर्व प्रधान चंचल यादव व अन्य को पुलिस ने हिरासत में लिया था। तलाश में जुटी बिथरी चैनपुर पुलिस को पता चला कि बदायूं के सिविल लाइंस के मंडी चौकी क्षेत्र से दोनों को तमंचे के साथ पकड़कर जेल भेज दिया गया है। दरअसल बरेली में बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र के रजऊ चौराहे के पास 27 नवम्बर को जन सेवा केंद्र बंद करके लौट रहे 28 वर्षीय नन्हें बाबू की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक का गांव के ही लोगों से प्लाट का विवाद चल रहा था। मृतक का गाँव के भूरे यादव से एक साल से विवाद चल रहा था।
जिसके बाद पुलिस ने दोनों पक्षो पर मुकदमा लिखा था। दोनों पक्ष एक दूसरे से रंजिश मानने लगे थे। चार माह पहले मृतक नन्हे ने आरोपी भूरे यादव के भाई पर जानलेवा हमला किया था। पुलिस ने नन्हे बाबू को जेल भेजा था। दो माह पहले नन्हे जेल से छूटा था। जेल से छूटने के बाद दोनों पक्ष एक दूसरे के पीछे पड़े थे। जिसके चलते नन्हें को मौत के घाट उतार दिया। इस मामले में पुलिस ने नामजद 4 लोगों पर fir दर्ज किया था। जिसमें पुलिस ने दो को गिरफ्तार कर लिया था जबकि भूरे और उसका भाई राजवीर यादव बरेली पुलिस के एनकाउंटर के डॉ से फरार हो गए थे और वही बदायूं पुलिस ने 3 दिसम्बर 24 को दोनों भाइयों को तमंचा सहित गिरफ्तार कर जेल भेजा था। बताया जा रहा है कि पुलिस ने अवैध समझौता कर लिया।