एसआरएमएस सीईटी में वार्षिक सांस्कृतिक महोत्सव
बरेली। श्रीराम मूर्ति स्मारक कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में शुक्रवार को दो दिवसीय वार्षिक सांस्कृतिक महोत्सव जेस्ट-2024′ विरासत का शानदार आगाज हुआ। शतिक सभागार में आयोजित उद्घाटन समारोह में ज्ञान की देवी सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के बाद श्रीराम मूर्ति स्मारक ट्रस्ट के चेयरमैन व अध्यक्ष देव मूर्ति ने जेस्ट 2024 के आरंभ होने की घोषणा की और विद्यार्थियों को विरासत के संरक्षण का संदेश दिया। इसके बाद सांस्कृतिक स्पर्धाएं आरंभ हो गईं। जिसका आरंभ युगल नृत्य से और समापन फैशन शो रेनेसा की मस्ती के साथ हुआ। गीतों और धुनों से सजे रेनेसा का देर शाम तक सभी ने आनंद लिया। जेस्ट में एसआरएमएस ट्रस्ट की लखनऊ, उन्नाव और बरेली स्थित शैक्षिक संस्थानों के बीटेक, बीफार्मा, एमसीए, एमबीए, एमबीबीएस, पैरामेडिकल, नर्सिंग, एमटेक, एमफार्मा, एलएलबी, बीबीए, बीसीए जैसे पाठ्यक्रम के विद्यार्थी 36 स्पर्धाओं में हिस्सा ले रहे हैं। पहले दिन 15 सांस्कृतिक स्पर्धाओं में विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। पहले दिन जेस्ट 2024 के समापन पर पहले दिन की सभी स्पर्धाओं में विजेताओं को पुरस्कार भी वितरित किये गए। उद्घाटन समारोह में देव मूर्ति ने जेस्ट में शामिल होने वाले विद्यार्थियों को विरासत को संभालने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि प्रकृति की ओर से हमें नदियां, पहाड़, जंगल, खेत, हवा, पानी और परिवार से संस्कार सब विरासत में मिले थे। लेकिन हमने अपने स्वार्थ के लिए पहाड़ों को काट दिया, जंगल साफ कर दिए। पवित्र गंगा सहित सभी नदियों को प्रदूषित कर दिया। ये हमें जीवन दे रहे थे। इसी वजह से आज हमरी सांसों पर संकट है। पीने के लिए साफ पानी मिलना मुश्किल हो रहा है। संयुक्त परिवार टूटने से संस्कार पीछे छूटते जा रहे हैं। स्थिति दिनों दिन भयावह होती जा रही है लेकिन अभी इसे संभाला जा सकता है।
लेकिन इसके लिए युवा पीढ़ी को आगे आने की जरूरत है। युवा पीढ़ी को अपनी विरासत को संभालने का संकल्प लेना चाहिए। जिससे आने वाली पीढ़ी को संस्कारों के साथ हम सब स्वच्छ वातावरण, प्रदूषणमुक्त स्वच्छ नदियां सौंप सकें। हम मिल कर अपनी विरासत को बचाएं, परिवार, संस्कार और संस्कृति को बचाएं और समृद्ध करें।इससे पहले श्रीराम मूर्ति स्मारक कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में शुक्रवार (29 नवंबर) को सुबह 10 बजे जेस्ट-2024 का उद्घाटन एसआरएमएस ट्रस्ट के संस्थापक देव मूर्ति जी, ट्रस्टी ऋचा मूर्ति जी, एसआरएमएस सीईटी के प्रिंसिपल डा. प्रभाकर गुप्ता ने किया। विद्यार्थियों ने प्रथम पूज्य भगवान गणेश की वंदना से किया। है प्रीत जहां की रीत सजा जैसे देशभक्तिपूर्ण गीत से आरंभ हुए उद्घाटन समारोह कर्णप्रिय फिल्मी गीतों, ग्रुप डांस ने सभी में जोश भरा। विभिन्न प्रदेशों के नृत्य को विद्यार्थियों ने प्रस्तुत की देश की सांस्कृतिक विरासत को प्रस्तुत किया। इस दौरान फाइन आर्ट्स कमेटी की पाइरेट्स ऑफ कैरेबियन गैलरी सभी के आकर्षण का केंद्र रही। यहां प्रदर्शित पोस्टर, स्केच और ड्राइंग ने सभी को अपनी ओर आकर्षित किया। फाइन आर्ट कमेटी की चेयरपर्सन विद्यार्थी अंतरा सतेंद्र गुप्ता ने चेयरमैन देव मूर्ति जी सहित अन्य सभी को इस बार की थीम की जानकारी दी। पहले दिन 15 सांस्कृतिक स्पर्धाओं में विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। पहले दिन जेस्ट 2024 के समापन पर पहले दिन की सभी स्पर्धाओं में विजेताओं को पुरस्कार भी वितरित किये गए। उद्घाटन समारोह का संचालन विद्यार्थी अनुशा राव और आयुष त्रिपाठी ने किया। सभी का स्वागत डायरो अध्यक्ष दिव्यांशु चौहान ने किया। जबकि धन्यवाद प्रस्ताव डायरो सेक्रेटरी पूजा काराकोटी ने किया। उन्होंने जेस्ट 2024 को सफल बनाने के लिए विद्यार्थियों के ग्रुप कैरिंग हैंड्स, वर्व, विब्रांट, कनेक्शस और हुंकार की टीम का आभार जताया। कहा कि इन ग्रुप के प्रेसिटेंट और सेक्रेटरी के साथ इनकी टीम के सहयोग से जेस्ट का आयोजन संभव हो पाया है। यह इन सभी विद्यार्थियों की मेहनत और लगन ही है कि आज फिर सफलता के साथ जेस्ट आपके सामने है। उन्होंने जेस्ट 2024 की थीम “विरासत- ए लीजेंसी टु होल्ड आन” की भी प्रशंसा की। इस मौके पर गुडलाइफ हास्पिटल की डायरेक्टर ऋचा मूर्ति जी, सीईटी के प्रिंसिपल डा. प्रभाकर गुप्ता, पैरामेडिकल कालेज की प्रिंसिपल डा.जसप्रीत कौर, नर्सिंग कालेज की प्रिंसिपल डा.मुथु महेश्वरी, सीईटी के वाइस प्रिंसिपल डा.शैलेंद्र देवा, ट्रेनिंग व प्लेसमेंट सेल के …