बदायूँ के फार्मासिस्ट शाकिर अली अपहरण व हत्याकांड की गुत्थी अनसुलझी,आरोपी जेल में,लाश का पता नहीं
बदायूं। जिला अस्पताल के फार्मासिस्ट शाकिर अली की मौत की गुत्थी को पुलिस खुलासा करने का दावा कर रही है मगर शाकिर अली का शव और मोबाइल फोन आखिरकार पुलिस बरामद नहीं कर पाई है। दरअसल 15 अक्टूबर को शाकिर अली अस्पताल से घर जाते समय लापता हो गए थे और परिजनों ने अपहरण का आरोप लगाते हुए थाना पुलिस को तहरीर दी थी । मगर सदर पुलिस ने मामले को हल्के में ले लिया । यही सबसे बड़ी चूक सदर पुलिस की दिखाई दी है । वही इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को पहले और चार लोगों को बाद में अपहरण और हत्या करने के मामले में जेल भेज दिया है । वही परिजन ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री से गुहार लगा रहे हैं । जिला अस्पताल में कई सालों से तैनात फार्मासिस्ट शाकिर अली का 15 अक्टूबर को घर जाते समय लापता हो गए थे । इस मामले में परिजनों ने शुरुआत में ही अपहरण कर हत्या करने का आरोप लगाया था । मगर बदायूं की सदर पुलिस ने कोई कार्यवाही न की और न ही तलाश की । परिजनों और अस्पताल कर्मचारियों के दबाव के चलते सदर पुलिस ने 6 nov को अपहरण की धारा में शाहिद अली जरीफनगर ,आरिश चौधरी सहसवान नाजमा थाना कोतवाली को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था । अस्पताल के कर्मचारी लगातार 2 घंटे लगातार स्टाइक पर रहने लगे और कर्मचारी शाकिर के लिए धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया । इसके बाद ssp ने co सिटी,sog और सर्विलांस की टीम को लगाया । पुलिस ने 26 नवंबर को इस कांड में सुल्तान सहसवान ,मुनाजिर सहसवान ,जोगेंद्र यादव दहगवां और शौकीन मलिक उर्फ तेली जरीफ नगर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस ने प्रेस नोट जारी करते हुए चारों आरोपियों के पास से एक हथोड़ा, क्रेटा कार की चाबी बरामद करते हुए सभी आरोपियों के फोन भी बरामद करने का दावा किया । वहीं शाकिर हत्याकांड में शाकिर की कार मेडिकल कॉलेज बदायूं गेट पर खड़ी कर फरार होना बताया । वही गाड़ी की चाबी एक तालाब में दूसरी जगह फेंक देना भी बताया । : फार्मासिस्ट शाकिर अली ने सहसवान में 23 बीघा जमीन का सौदा कोरोना काल में पहले पकड़े गए आरिश चौधरी से किया था । जिसे कुछ रुपया शाकिर अली दे चुका था । वही जब शाकिर ने बैनामा कराने की बात राखी । तब रुपया और जमीन हड़पने की साजिश रची गई । इसी के चलते शाकिर अली को रास्ते से हटाने के लिए 15 oct को ट्रैक्टर एजेंसी सहसवान में बुलाया गया । बुलाकर उसकी हथोड़ा मार कर मौत के घाट उतार दिया वहीं आरोपियों ने शाकिर की ही कार में शव को बंद करके अलीगढ़ थाना के थाना दादो के सांकरा पुल राम घाट से बोरी में बंद शव को फेंक दिया गया । जिसका अभी तक बदायूं पुलिस शव को बरामद नहीं कर पाई है । पुलिस ने लगातार वहां शव ढूंढने का प्रयास किया । मगर शव और मोबाइल का कोई पता नहीं चला है । परिजन का कहना है कि शव मिल जाए तो उनका संस्कार किया जा सके। : फार्मासिस्ट शाकिर अली की हत्या में अवैध संबंध और जमीन के लेनदेन को लेकर की गई । शाकिर अली के अवैध संबंध इशरत के साथ हो गए थे । इशरत का पति शाहिद अली करीब 2 सालों से चण्डीगढ़ जेल में बंद था । इसी बीच शाहिद की पत्नी गर्भवती हो गई । जब शाहिद जेल से आया तो उसे पता चला कि उसकी पत्नी इशरत के अवैध संबंध फार्मासिस्ट शाकिर से है। इसी संबंध के चलते उसने हत्या करने का इरादा कर लिया । वही जमीन के साथ सौदेबाजी करने वाले आरिश चौधरी भी शामिल हो लिया। इसी के चलते पुलिस ने 6 nov को पहले शाहिद, आरिश चौधरी , नाजमा को जेल भेज दिया । वही 26 nov को सुल्तान, मुनाजिर, जोगेंद्र,शौकीन मलिक उर्फ तेली को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
इधर जिला अस्पताल में आज फार्मासिस्ट एसोसिएशन ने शोक सभा आयोजित करके शाकिर अली को श्रंद्धाजलि अर्पित की। उसके बाद अवकाश कर दिया गया।