बिसौली में हुआ भव्य सम्मान समारोह,16 राज्यों के साहित्यकारों को सम्मानित किया गया

बदायूँ। केबी हिंदी सेवा न्यास एवं डॉ0 मिथिलेश दीक्षित साहित्य- संस्कृति सेवा न्यास के तत्वाधान में बिसौली नगर में आरके इंटरनेशनल स्कूल में देश के 16 प्रान्तों के साहित्यकारों का सम्मान समारोह सम्पन्न हुआ। समारोह की अध्यक्षता जनपद के वरिष्ठ साहित्यकार एव समाजसेवी अशोक खुराना ने की।मुख्य अतिथि सिद्धेश्वर (बिहार),विशिष्ट अतिथि रामकृष्ण सहस्रबुद्धे (महाराष्ट्र), डॉ0 अरशद खान,डॉ0राकेशचक्र,
डॉ0श्याम सनेही लाल शर्मा, रहे।गरिमा पूर्ण व प्रभावी संचालन डॉ0 नितिन सेठी द्वारा किया गया।शुभारम्भ मंचासीन अतिथियों संग न्यास अध्यक्ष डॉ0 सतीश चंद्र शर्मा ‘सुधांशु’ द्वारा माँ वीणापाणि के समक्ष दीप प्रज्वलन व पुष्पार्पण द्वारा हुआ। डॉ0 प्रीति अग्रवाल ने सस्वर वाणी वंदना की। सर्वप्रथम न्यास अध्यक्ष डॉ0सुधांशु ने अतिथियों का अंगवस्त्र से स्वागतोप्रांत परिचय दिया। न्यास का वार्षिक प्रतिवेदन न्यास के महासचिव आशीष कुमार शर्मा द्वारा प्रस्तुत किया गया। सर्व प्रथम पुस्तक लोकार्पण कार्यक्रम के अंतर्गत न्यास द्वारा प्रकाशित हिंदी त्रय मासिक पत्रिका ‘नये क्षितिज’ संयुक्त अंक 36/37( दोहा विशेषांक) एवं संयुक्त अंक 38/39 का, न्यास के तत्वाधान में प्रकाशित न्यास अध्यक्ष डॉ0सतीश चंद्र शर्मा के लघुकथा संग्रह ‘रंगों की बात’ , बाल कविता संग्रह ‘आओ पूछें दादू से’ ,डॉ0सुधांशु के सम्पादन में प्रकाशीय समवेत दोहा संकलन ‘दोहा द्वीप’ एवं डॉ0राजेश डोभाल ‘राज’ के कविता संग्रह ‘समर्पण’ का मंच द्वारा लोकार्पण किया गया।मंचीय उद्बोधन के बाद सम्मान समारोह हुआ। जिसमें डॉ0 मिथिलेश दीक्षित साहित्य-संस्कृति सेवा न्यास द्वारा साहित्य कला साधक सम्मान 1 साहित्यकार को तथा के0बी0 हिंदी सेवा न्यास द्वारा 6साहित्यकारों को साहित्य सागर,साहित्य वारिधि,साहित्य जलधि,साहित्य सिंधु,साहित्य सौरभ ,साहित्य सुरभि 17साहित्यकारों को विभूषण श्री सम्मान, 21 साहित्यकारों को भूषण श्री सम्मान तथा 3 नवोदितों को नवांकुर रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया।इसके अतिरिक्त 108 अन्य साहित्यकारों को शाल ,सम्मान पत्र व प्रतीक चिन्ह से सम्मानित किया गया। अध्यक्षीय उद्बोधन में समारोह के अध्यक्ष व न्यास के संरक्षक वरिष्ठ साहित्यकार अशोक खुराना ने कहा साहित्य ही समाज का दर्पण होता है।साहित्य के अध्ययन से तत्कालीन समाज की कल्पना आसानी से की जा सकती है।उन्होंने कहा साहित्यकारों के आंकलन एवं उनके प्र त्साहन हेतु ऐसे आयोजन निरंतर होते रहने चाहिए।ततपश्चात समारोह का समापन किया गया। आभार न्यास उपाध्यक्ष डॉ0नितिन सेठी व महासचिव आशुतोष कुमार शर्मा द्वारा व्यक्त किया गया।