बदायूं। जिलाधिकारी दीपा रंजन ने मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 यशपाल सिंह सहित समस्त उपजिलाधिकारियों, जिला स्तरीय अधिकारियों एवं एमओआईसी के साथ टीकाकरण के सम्बंध में गुरुवार को कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में समीक्षा बैठक आयोजित की। टीकाकरण की स्थिति जनपद में कमजोर होने पर डीएम ने टीकाकरण की ब्लाॅक वार समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि प्रतिदिन एडीएम, बीडीओ एवं एमओआईसी टीकाकरण के सम्बंध में बैठक करें, जिसमें निगरानी समिति के कार्याें की भी समीक्षा हो। गांव में चैपाल लगाकर टीकाकरण किया जाए। गांव में ग्राम प्रधान अपने परिवार सहित बढ़-चढ़कर हिस्सा ले, जिससे अन्य ग्रामीण भी प्रेरित हो सकें। आशाओं को कोविड-19 की किट पर्याप्त मात्रा में वितरित की जाए। दवाओं की कोई कमी नहीं है। निगरानी समितियों को एमओआईसी पर्याप्त मात्रा में दवाएं उपलब्ध कराती रहें। गांव में शिविर लगाने से पहले ग्रामीणों को जागरुक करते हुए टीकाकरण का निर्धारित समय भी बताया जाए। गांव में बीमार लोगों की सूची बनाई जाए, उनका उपचार प्राथमिकता के तौर पर कराया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि जनपद के समस्त अधिकारी अपने-अपने विभाग में कार्यरत कार्मिको, जिन्होंने अभी तक टीकाकरण नहीं कराया है, उनकी सूची मुख्य चिकित्साधिकारी को उपलब्ध कराएं, कोई भी कार्मिक टीकाकरण से वंचित नहीं रहना चाहिए। कोरोना वायरस के संक्रमण को कमजोर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीकाकरण पर जोर दिया जा रहा है। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि वे अनिवार्य रूप से वैक्सीन लगवा लें। 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीनेशन के लिए लगातार प्रेरित किया जा रहा है। डीएम ने कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए टीकाकरण आवश्यक है जिसे ध्यान में रखते हुए जिले भर में ज्यादा से ज्यादा केंद्र बनाए जा रहे हैं, ताकि लोगों को टीकाकरण में असुविधा का सामना ना करना पड़े। महामारी से बचाव के लिए टीकाकरण सबसे बेहतर उपाय है। नागरिकों को टीकाकरण अभियान में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए।