सहसवान । नगर के मोहल्ला काजी निवासी साठ वर्षीय प्रेम बाबू लाकडाउन के चलते आज परिवार का पेट पालने के लिए गली गली कनस्तर मे रखकर समोसा बेच रहे हैं। कोरोना काल में लॉकडाउन लग गया । मजदूरी का काम बंद हुआ तो घर कैसे चलेगा यही सौचकर परिवार का पेट पालने के लिए वह गली गली घूमकर अपने घर में बनाए हुए समोसे बेचते हैं । एक दिन मे गलियों मे घूमकर कई किलोमीटर का सफर ते कर लेते है । समोसे बेचने के लिए कई मोहल्लों मे जाता पड़ता है और ज़ोर ज़ोर से आवाज लगाकर समोसे बेचना बहुत ही कठिन कार्य है । शाम तक मुश्किल से दो सौ या तीन सौ रुपए के समोसे बिक पाते है कभी कभी गर्मी अधिक होने के कारण समौसे खराब हो जाते है । इसके बाबाजूद हिम्मत नहीं हारते प्रेम बाबू इनसे बात करने पर बताया कि मे मोहल्ला काजी मे एक छौटे से मकान मे रहता हूँ । लाकड़ाउन के चलते अब मजदूरी भी नहीं मिल समोसे बेचकर कर किसी तरह अपने परिवार का गुजारा कर रहा हूँ । लोगो से अपील है कि बुजुर्ग प्रेमबाबू के समोसे अवश्य खरीदे और समाजसेवियो से अपील है कि समाज के दबे कुचले गरीब बेसहारा लोगों की मदद को आगे आयें ।