बरेली । आस्ताना ए आलिया मोहम्मदीया (दरगाह वली मियाँ) में हज़रत सय्यदना ग़ौसुल आज़म अब्दुल कादिर जिलानी रहमतुल्लाह अलैह की फ़ातिहा हुई। प्रोग्राम का आग़ाज़ कारी गुलाम यासीन ने कलाम ए पाक की तिलावत से किया, फ़ाज़िल मोहम्मदी,अहमद हुसैन मोहम्मदी,कारी ज़मन,नवेद आदि ने हज़रत ग़ौस ए पाक की शान में मन्क़बत पढ़ी । हाफ़िज़ अफ़ज़ाल ने हज़रत ग़ौस पाक रहमतुल्लाह की सीरत पर रोशनी डालते हुए बताया कि सय्यदना ग़ौस ए पाक मादरज़ाद वली हैं, ग़ौस पाक रहमतुल्लाह को बड़े पीर सहाब के नाम से भी जाना जाता है, आप कादरिया सिलसिले के बानी हैं। अल्लाह ताआला ने किसी वली को इस मक़ाम तक न पहुँचाया जो आला मुक़ाम शेख़ अब्दुल क़ादिर जिलानी को दिया है, अल्लाह तआला ने उनमें अपना वो राज़ रखा है जिस से वो सारे औलिया से बड़ गए, अल्लाह पाक ने जितनों को विलायत दी और जितनों को क़यामत तक देगा सब शेख़ अब्दुल कादिर के हुज़ूर अदब हैं। ठीक 11 बजे फ़ातिहा शुरू हुई और शिजरा शरीफ़ पढ़ा गया, सलात व सलाम के बाद आस्ताने के सज्जादानशीं अल्हाज अनवर मियाँ हुज़ुर ने दुआ ए ख़ैर की,बाद में सभी को तबर्रूक किया गया। इस मौके पर सय्यद नाज़िर अली(चाँद), आरिफ़ उल्लाह,ताहिर जमाल,हाफ़िज़ फ़ाज़िल,इफ़्तेख़ार हुसैन,सय्यद खुर्शीद अली,मोहम्मद अकबर,अयाज़,मोहम्मद आरिफ़,मोहम्मद उस्मान,फ़ैज़ी हक़,शराफ़त,मोहम्मद हुसैन,तनवीर अहमद,मुदस्सर सिद्दिकी, इकबाल शमसी,अरशद, आदि मौजूद रहे।