पं. मदन मोहन मालवीय ने दी युगऋषि वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पं. श्रीराम शर्मा आचार्य को गायत्री मंत्र की दीक्षा: संजीव
गायत्री शक्तिपीठ पर मनाई पं0 मदनमोहन मालवीय की 160 वीं जयंती
बदायंू: गायत्री शक्तिपीठ एवं आध्यात्मिक चेतना केंद्र पर भारत रत्न पंडित मदनमोहन मालवीय की 160 वीं जयंती पर गायत्री परिजनों, शिक्षक, शिक्षिकाओं और बच्चों ने सबके लिए सद्बुद्धि और उज्ज्वल भविष्य की कामना की। मुख्य यजमान संरक्षक सुरेंद्र नाथ शर्मा, अनिल प्रकाश गुप्ता, उदयभान गुप्ता, माया सक्सेना ने किया पूजन।
जिला समंवयक नरेंद्र पाल शर्मा ने कहा कि पंडित मदन मोहन मालवीय ने भारतीय संस्कृति, सभ्यता और संस्कारों की अमूल्य परंपरा को संजीवनी दी। प्राचीन काल से तपस्वी ऋषि-मुनीषियों ने संसार की खुशहाली श्रेष्ठ संस्कारों को दिया।
मुख्य प्रबंध ट्रस्टी अनिल राठौर ने कहा महामना की उपाधि से विभूषित पं. मदन मोहन मालवीय ने पत्रकारिता, वकालत, समाज सुधार, मातृभाषा, भारत माता की सेवा में अपना अर्पण वाले इस महामानव ने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना कर समाज को नई दिशा दी।
गायत्री परिवार के संजीव कुमार शर्मा ने पंडित मदन मोहन मालवीय जी ने अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के संस्थापक युगऋषि वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पं. श्रीराम शर्मा आचार्य को गायत्री मंत्र की दीक्षा दी। गौ, गंगा, गायत्री, गीता की पावनता से भी अवगत कराया।
परिब्राजक सचिन देव ने कहा कि मालवीय जी राष्ट्रवाद के समर्थक रहे। समाज में कुप्रथाओं को मिटाने, जातिगत बेड़ियों को तोड़ने के साथ समाज को सन्मार्ग दिखाया।
ट्रस्टी नत्थू लाल शर्मा ने कहा कि पंडित मदन मोहन मालवीय ने जीवन पर्यंत शिक्षा और समाज कल्याण के लिए कार्य किया।
इस मौके पर कालीचरन पटेल, माया सक्सेना, रजनी मिश्रा, शोभना भारद्वाज, सत्यवाला देवी, बोधेंद्र राठौर, मदन लाल झा, कृष्ण पाल सिंह आदि मौजूद रहीं।
