छोटे बच्चों को वितरित की पुस्तकें एवं लेखन सामग्री बिल्सी। जिला पंचायत सदस्य ममता शाक्य ने आज शुक्रवार को क्रिसमस के उपलक्ष्य में बिल्सी नगर एवं क्षेत्र के गांव खैरातीनगर में पंहुच कर छोटे बच्चों को पढ़ने के लिए पुस्कत, चॉकलेट एवं लेखन सामिग्री वितरित की। श्रीमती शाक्य ने कहा कि ईसा मसीह ईसाई धर्म के संस्थापक थे। उन्होंने धर्म के शाश्वत सिद्धान्तों का प्रचार किया। ईर्ष्या, शत्रुता तथा वैमनस्य में संलिप्त संसार को प्रेम, सौहार्द्र, अहिंसा और सहिष्णुता का संदेश दिया। इसलिए उन्हें ईश्वर पुत्र भी कहा जाता है। ईसा मसीहका अवतरण एक महापुरूष के रूप में हुआ था। ईसा मसीह के 12 मुख्य शिष्य थे। जब ईसा मसीह मात्र 33 वर्ष के थे तब उन्हें सूली पर चढ़ा दिया गया। उन पर धर्म निंदा एवं लोगों को पथभ्रष्ट करने के झूठे दोष लगाये गये। इस मृत्युदण्ड के कुछ दिनों पश्चात ईसा मसीह पुनः जीवित हो गए एवं कब्र से उठकर चल पड़े। इस दिन को ईसाई ईस्टर के रूप में मनाते हैं। उन्होने कहा कि शिक्षा ही एक ऐसा मार्ग है जो हमें तरक्की की ओर ले जाता है। हम सभी को चाहिए कि गरीब बेसहारा परिवार के बच्चों की मदद कर उन्हें शिक्षा के लिए प्रेरित करें। उन बच्चों का भी भविष्य सुधर सके। इसलिए सभी बच्चों के अभिभावकों को चाहिए कि वह उन से घरेलू काम न करवा कर उन्हें पढ़ने के लिए भेजें। जब हमारे देश के सभी बच्चे पढ़े लिखे होंगे तभी हमारा देश और भी तरक्की करेगा। इस मौके पर टिंकू शाक्य, ऋतु शाक्य, हीरालाल बौद्ध, केपी शाक्य, गंगासहाय शाक्य, मनवीर शाक्य आदि मौजूद रहे।