शाहजहांपुर । एस एस कॉलेज के वाणिज्य विभाग के अध्यक्ष और उपप्राचार्य डॉ अनुराग अग्रवाल भूटान में अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में भाग लेकर वापस लौट आए हैं उन्होंने भूटान में नोरबुलिंग रिग्टर कॉलेज, पारो के साथ एम ओ यू पर हस्ताक्षर भी किए । इस पारस्परिक समझौता पत्र के तहत एस एस कॉलेज और नोरबुलिंग कॉलेज मिलकर ऑन लाइन और ऑफ लाइन मोड में विभिन्न शैक्षिक एवं संस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कर सकेंगे । एस एस कॉलेज के छात्र विदेशी शिक्षण अनुभव लेने भूटान जा सकेंगे और भूटान के छात्र एस एस कॉलेज की शैक्षिक सुविधाओं का लाभ ले सकेंगे । दोनों कॉलेज मिलकर अंतरराष्ट्रीय सेमिनारों तथा अन्य कार्यक्रमों का आयोजन कर सकेंगे साथ ही अल्प अवधि के लिए शिक्षकों का आदान-प्रदान भी संभव हो सकेगा । इस एम ओ यू के तहत एस एस कॉलेज द्वारा 26 दिसंबर से 1 जनवरी के मध्य एक अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन भूटान में प्रस्तावित किया गया है। एम ओ यू पर हस्ताक्षर करने से पूर्व डॉ अग्रवाल ने कॉन्फ्रेंस में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विषय पर बोलते हुए कहा की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस नेचुरल इंटेलिजेंस की सहायक है इसका प्रयोग प्राकृतिक बुद्धिमत्ता को बढ़ाने और उसे तेज करने में किया जाना चाहिए किंतु वर्तमान छात्र कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर आश्रित होते जा रहे हैं जिससे छात्रों की बौद्धिक तीक्ष्णता और स्मरण शक्ति में कमी आने का खतरा है। छात्रों को कृत्रिम बुद्धिमत्ता तकनीक का प्रयोग केवल अपने ज्ञान ,कौशल और क्षमताओं को बढ़ाने में करना चाहिए। उन्हें यह ध्यान रखना चाहिए कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता मानव मस्तिष्क, पुस्तकों तथा अध्यापकों की पूरक या सहायक हो सकती है किन्तु स्थानापन्न नहीं हो सकती है क्योंकि वह भावनाओं से रहित एक डाटा बेस मशीनी तकनीक है। डॉ अग्रवाल की स्वदेश वापसी पर मुमुक्षु शिक्षा संकुल के मुख्य अधिष्ठाता स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती ने उन्हें आशीर्वाद दिया तथा सचिव डॉ ए के मिश्रा, प्राचार्य डॉ आर के आजाद एवं महाविद्यालय के शिक्षकों ने सफल शैक्षिक यात्रा की बधाई दी।