बरेली। चंद नगर धार्मिक समिति, पुराना शहर, बरेली के तत्वावधान में निकाली जाने वाली भगवान श्री कृष्ण की 135 वीं विराट दधिकांदों शोभा यात्रा का कल प्रातः 9:30 बजे श्री सीताराम मंदिर, चंद्र नगर (कटरा चांद खां) निकट बलजाती स्कूल से श्री गणेश किया जाएगा। शोभा यात्रा दुर्गा मंदिर, मौर्य मंदिर ,सिंधु नगर ,गेट ईसाइयों की पुलिया से वापस बालजति स्कूल चौराहा मठिया, नवादा से खान होते हुए तिरंगा होटल वापस पुना श्री सीताराम मंदिर, गढैया धाल, गढ़ैया बालजाति, नवादा शेखान मालियों का मंदिर ,पनबढ़िया, काली मंदिर, कुसुम कुमारी स्कूल, जगतपुर रवि की चक्की, मीरा पेट चौराहा से बुखार पुरा टंकी,मठिया से वापस जवाहर स्कूल ,वैध जी दूध वाले, गुरुद्वारा, रोहली टोला, कठेरिया नाथ मंदिर , कहारों का मंदिर कांकर टोला वापस सुनारों वाली गली, श्री माहौर वैश्य धर्मशाला, कुतुब शाह की जारत, शहदाना, गंगापुर मठिया, नाग पंचमी ग्राउंड, चीनी वाली गली, श्यामगंज पुल के नीचे, मिर्चों वाली गली, सिकलापुर दिनेश नर्सिंग होम, रोडवेज चौराहा, बरेली कॉलेज गेट, कालीबाड़ी, अमर उजाला, ईसाइयों की पुलिया होते हुए श्री सीताराम मंदिर में विश्राम लेगी । मंदिर श्री सीताराम, चंद्र नगर में भगवान श्री कृष्ण जी का प्रकट उत्सव चल रहा है l मंदिर में भगवान के स्वरूपों को भव्यता से सजाया गया है और भजनों के साथ झांकियां का मंचन किया जा रहा है । उक्त जानकारी देते हुए शोभा यात्रा के प्रवक्ता दिनेश दददा एड. बताया कि महामहिम झारखंड के राज्यपाल मा. संतोष गंगवार को मुख्य अतिथि बनाया गया है। विशेष अतिथि के रूप में महापौर मा. उमेश गौतम, जिला पंचायत अध्यक्ष मा. रश्मि पटेल, सांसद मा. नीरज मौर्य, विधायक मा. संजीव अग्रवाल, पूर्व मेयर मा. सुप्रिया ऐरन, मा. उपसभापति मा.सर्वेश रस्तोगी, मा.प्रेम प्रकाश अग्रवाल, डॉ विनोद पागरानी,एवं मा. राजेश अग्रवाल पार्षद दल नेता आदि उपस्थित रहेंगे । उन्होंने बताया आज भगवान श्री कृष्ण की शोभायात्रा का व्यापक रूप हो गया है, इस ऐतिहासिक शोभायात्रा की भव्यता की प्रगति निरंतर हो रही है । 134 वर्ष से शोभायात्रा ने आपातकालीन परिस्थितियों से भी अपने आप को बचाए रखा है, शोभा यात्रा में किसी प्रकार की आपत्तिजनक या उत्पात की स्थिति आज तक पैदा नहीं हुई है, यहां तक के 1984 के दंगों के बाद जारी कर्फ्यू के बावजूद भी तत्कालीन प्रशासनिक अधिकारियों ने इस शोभायात्रा को निर्विघ्न संपन्न कराया था।