बरेली । श्री भागवत सेवा समिति के तत्वावधान में आगामी 23 अगस्त से भव्य श्रीमद्भागवत कथा एवं सहस्त्रचण्डी यज्ञ को आयोजन होने जा रहा है। भागवत व्यास आचार्य रमाकान्त दीक्षित ने आयोजन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि कथा व यज्ञ कार्यक्रम 23 अगस्त से शुरू होंगे व विश्राम 30 अगस्त को होगा। कथा व यज्ञ स्थल कृष्णा नगर कालौनी, निकट काशीनाथ लॉज दुर्गा नगर में होगा। प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए आचार्य रमाकान्त दीक्षित ने बताया कि 23 अगस्त की सुबह 8 बजे से सुरेश शर्मा नगर स्थित शिव मंदिर से 101 कलश की भव्य यात्रा बैंड बाजे के साथ निकाली जायेगी। 101 सुहागिन महिलायें अपने-अपने सिरों पर मंगल कलश धारण कर यात्रा निकालेंगी कलश यात्रा का विश्राम कथा स्थल कृष्णा नगर कालोनी पर होगा। तदोपरांत मंत्रोच्चार के साथ अरणी मंथन के द्वारा अग्नि प्रकट कर सहस्त्रचण्डी यज्ञ का शुभारम्भ होगा। आचार्य रमाकान्त दीक्षित के अनुसार सहस्त्रचण्डी यज्ञ राजराजेश्वरी माता चण्ड़ी को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। शास्त्रो में इसको षट्कर्म को सिद्ध करने वाला, अकल्पनीय भोग्य पदार्थों, यश, वैभव, धन, धान्य प्रदाता बताया गया है। यज्ञ रोजाना सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक चलेगा। श्रीमद् भागवत कथा का समय शाम 4 बजे से 7 बजे तक रहेगा। आचार्य ने आगे बताया कि सहस्त्रचण्डी यज्ञ दिव्य व आलौकिक होगा, इसमें सवा क्विंटल हवन सामग्री व 3 क्विंटल आम की समिधा का प्रतिदिन प्रयोग होगा। 41 ब्राहम्णों के द्वारा यज्ञ का अनुष्ठान किया जायेगा, प्रतिनिधित्व आचार्य मोहित शास्त्री करेंगे। यज्ञ अनुष्ठान में सम्मिलित होने के लिए बनारस, हरिद्वार, हरदोई, नैमिषारण्य, बरेली, सीतापुर आदि के ब्राहाम्ण पधार रहें है। 30 अगस्त 2024 को पूर्णाहूति उपरांत भण्डारे का आयोजन किया जायेगा। आचार्य रमाकान्त दीक्षित ने सभी भक्तजनों, सनातनप्रेमियों से कथा व यज्ञ में सम्मिलित होने का आहवान किया है। इस दौरान आचार्य मोहित दीक्षित, गरिमा कमांडो, विजय कमांडो, विजय अग्रवाल, अतुल मिश्रा, देव दीक्षित, मीडिया प्रभारी एड्वोकेट हर्ष कुमार अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।