बीमारी के खात्मे के लिए की गई दुआ । सहसवान । अलविदा जुमे की नमाज अकीदतमंदों ने घरों में ही अदा कर भयंकर बीमारी के खात्मे को दुआएं की। प्रमुख मस्जिदों के दरवाजे बंद रहे हर साल अलविदा जुमे पर आसपास व दूरदराज के हजारों की संख्या में लोग नगर की मस्जिदों में नमाज अदा करने के लिए आते थे। नमाज के बाद बाजार भी गुलजार रहते थे। लेकिन कोरोना के ग्रहण के चलते शुक्रवार को गली कूंचो को छौड़ पूरा शहर सुनसान नजर आया। अकीदतमंदों ने अलविदा जुमे की नमाज भी अपने घरों में ही अदा की और अल्लाह की बारगाह में हाथ उठाकर कारोना वायरस से निजात और देश व दुनिया में अमन चैन के लिए दुआएं की। यही नजारा देहात क्षेत्र का भी रहा। नगर की सभी प्रमुख मस्जिदें बंद रहीं। लॉक डाउन का पालन कराने के लिए शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात रहे। कोतवाल पंकज लवानिया पुलिस बल के साथ घूम-घूम कर लोगों से लॉक डाउन का पालन करने की अपील की। गुरुवार की शाम कोतवाल पंकज लवानिया ने मस्जिदों के इमाम और मौलानाओं के साथ सभा कर कोरोना महामारी के चलते मस्जिदों मे नमाज न पढ़ने की अपील की थी । इसके अलावा जुमे अलविदा की नमाज से पूर्व नगर की प्रमुख मस्जिदों मे पहुँचकर ऐलान करा कर लोगो से अपील की थी कि अलविदा जुमे की नमाज घरो मे ही अदा करें । जामा मस्जिद के इमाम कारी खलीकुर्रमान ने भी नमाज घरो मे अदा करने की अपील की और देशा भर मे फेली महामारी के खात्मे की दुआ की गई ।