हड्डियों की डेंसिटी और मास कम होने की वजह से ऑस्टियोपोरोसिस का जोखिम
स्वास्थ्य। बढ़ती उम्र के साथ हमारे शरीर में कई बदलाव आने शुरू हो जाते हैं। इन्हीं बदलावों में हड्डियां कमजोर होना भी शामिल है। इसी वजह से उम्र बढ़ने के साथ, काम करने और चलने-फिरने में तकलीफ होने लगती है। हालांकि, ऐसा होना काफी सामान्य बात है, लेकिन यह परेशानी का सबब तब बन जाता है, जब उम्र से पहले ही हड्डियां कमजोर होनी शुरू हो जाएं। हड्डियों की डेंसिटी और मास कम होने की वजह से ऑस्टियोपोरोसिस का जोखिम बढ़ जाता है।ऑस्टियोपोरोसिस एक ऐसी बीमारी है, जिसमें हड्डियों का घनत्व और वजन कम होने लगता है। इसके कारण हड्डियां धीरे-धीरे पतली और कमजोर होने लगती हैं। हमारे शरीर को सपोर्ट देने और वजन उठाने का काम हड्डियां करती हैं, लेकिन कमजोर होने की वजह से ऐसा नहीं कर पाती हैं और आसानी से टूटने लगती हैं। बता दें कि इस बीमारी का रिस्क पुरुषों की तुलना में महिलाओं में ज्यादा होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि हड्डियों की डेंसिटी सिर्फ कैल्शियम और अन्य खनीजों पर नहीं बल्कि, हार्मोन्स के स्तर पर भी निर्भर करता है। इसलिए इस बीमारी से बचाव करना बेहद जरूरी होता है। आइए जानते हैं कैसे ओस्टियोपोरोसिस के रिस्क को कम किया जा सकता है। अपनी लाइफस्टाइल में रोज कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज करने के लिए समय निकालें। एक्सरसाइज करने से हड्डियां मजबूत होती हैं। इसलिए रोज वॉकिंग, जॉगिंग, सीढ़ियां चढ़ना, वेट बियरिंग एक्सरसाइज जैसी एक्टिविटी करें। अपनी डाइट में कैल्शियम से भरपूर फूड्स को शामिल करें। दरअसल, कैल्शियम हड्डियों की मजबूती के लिए जरूरी है। इसलिए कैल्शियम की कमी की वजह से हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। इसलिए अपनी डाइट में कैल्शियम से भरपूर फूड्स, जैसे- डेयरी प्रोडक्ट्स, सोया प्रोडक्ट्स, साल्मन, बादाम, ब्रोकली आदि को शामिल करें। विटामिन डी कैल्शियम के अब्जॉर्प्शन के लिए काफी जरूरी है। इसलिए विटामिन डी की कमी हमारी हड्डियों की कमजोरी की वजह बन सकती हैं। इसलिए रोज कुछ समय सुबह की धूप में बिताएं और विटामिन डी युक्त फूड्स, जैसे- मशरूम, अंडा, फॉर्टिफाइड सीरियल्स, फैटी फिश आदि को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं। विटामिन के हड्डियों के लिए निर्माण के लिए बेहद जरूरी है। यह हड्डियों की डेंसिटी को बढ़ाने के लिए काफी जरूरी है। इसलिए अपनी डाइट में विटामिन के से भरपूर फूड्स, जैसे- हरी पत्तेदार सब्जियां, सोयाबीन्स, नट्स, ब्रोकली, शलगम आदि को शामिल करें। वजन ज्यादा होने की वजह से आपकी हड्डियों पर अधिक दबाव पड़ता है। साथ ही, जो लोग ओवरवेट या मोटापे का शिकार होते हैं, उनमें इस बीमारी का खतरा अधिक रहता है। इसलिए हेल्दी वजन मेंटेन करें। स्मोकिंग की वजह से हड्डियों का घनत्व कम होने लगता है। इसलिए अगर आप स्मोकिंग करते हैं, तो बंद कर दें। साथ ही, शराब भी न पीएं। इससे भी हड्डियों को नुकसान पहुंच सकता है।