मेरठ। में शनिवार को एक बड़े स्क्रैप कारोबारी ने अपनी पत्नी को दर्दनाक तरीके से मौत के घाट उतार दिया। इस सनसनीखेज घटना के बाद मोहल्ले में दहशत फैल गई। उधर, वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी पति परिवार सहित मौके से फरार हो गया। बताया गया कि दो साल पहले ही उसका गुलफशा नाम की युवती से निकाह हुआ था। बताया गया कि गुलफशा के साथ आए दिन मारपीट व गाली-गलौज की जाती थी। पति स्क्रैप कारोबारी समीर ने शुक्रवार को भी पत्नी के साथ मारपीट व अभद्रता की थी। इसके बाद शनिवार को उसने गुलफशा की गोली मारकर हत्या कर दी। पत्नी को मारते वक्त उसका का दिल भी नहीं पसीजा। उसने चंद पलों में ही गुलफशा का हंसता हुआ चेहरा मिटा दिया।यह मामला नौचंदी थाना क्षेत्र के ढबाई नगर का है। मृतक महिला ने दो दिन पहले ही नौचंदी पुलिस से हत्या की आशंका जताते हुए कार्रवाई की मांग की थी। लेकिन पुलिस ने इस मामले में कोई एक्शन नहीं लिया। अगर पुलिस महिला की शिकायत को गंभीरता से लेती तो शायद गुलफशा की जान बच सकती थी। अब घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस आसपास के लोगों से भी पूछताछ कर रही है। जनपद मुजफ्फरनगर के मंसूरपुर निवासी गुलफशा व सुमायला का निकाह मेरठ के नौचंदी थाना क्षेत्र के ढबाई नगर में रहने वाले बड़े स्क्रैप कारोबारी के परिवार में क्रमश समीर व मुशीर से हुआ था। शादी में भरपूर दान-दहेज दिया गया था। लोगों ने बताया कि इस परिवार के सदस्यों का हैदाराबाद में स्क्रैप का बड़ा कारोबार है। परिवार में पांच भाई हैं और सभी इसी कारोबार में लगे हैं। पूरा परिवार एक ही घर में रहता है। गुलफशा की हत्या से बहन सुमायला और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। सुमायला ने बताया कि वह बहन के कमरे में पहुंची तो सामने गुलफशा की लाश पड़ी थी। वह लाश से लिपट कर फूट-फूट कर रोने लगी। इस बीच मौका पाकर परिवार के तमाम सदस्य मौके से फरार हो गए।गुलफशा की हत्या के बाद घर के अंदर से चीखने की आवाज आई तो आस-पड़ोस के लोग मौके पर पहुंचे। इस दौरान घटनास्थल पर लोगों की भीड़ लग गई। वहीं, लोगों ने किसी तरह शुमायला को संभाला। बहन की हत्या से उसका रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं, मौके पर पहुंचे सीओ अखिलेश तिवारी व इंस्पेक्टर नौचंदी महेंद्र सिंह के सामने ही शुमायला ने पुलिस वालों को खूब खरी खोटी सुनाई। उसने आरोप लगाया कि गुलफशा ने पहले ही हत्या की आशंका जताई थी, लेकिन नौचंदी पुलिस ने उसकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया।